रांची (ब्यूरो): जी हां, पांच लाख रुपए से अधिक बकाया वालों का कनेक्शन काटा जाएगा, इसके लिए 72 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया गया है। ऐसे बड़े बकायेदार अब बचने वाले नहीं हैं। इन्हें कई बार नोटिस दिया गया, लेकिन बकाया भुगतान को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखी।

स्पेशल 6 टीम

ऐसे में सिर्फ राजधानी रांची में ऐसे बड़े बकायेदारों से वसूली को लेकर छह स्पेशल टीमों का गठन किया गया है, जो अलग-अलग इलाकों में बड़े बकायेदारों से बकाया वसूलेंगे। वहीं, इनपर सीधी कार्रवाई भी की जा रही है। सभी डिवीजनों को लक्ष्य दिया गया है। सभी डिवीजनों के बड़े बकायेदारों का कनेक्शन काटने का निर्देश दिया गया। इसमें रांची सेंट्रल डिवीजन, कोकर डिवीजन, रांची ईस्ट डिवीजन और रांची वेस्ट डिवीजन शामिल हैं।

डेली का टारगेट तय

हर दिन रांची के सभी अलग-अलग विद्युत प्रमंडलों में कनेक्शन काटने की तैयारी है। सभी कनीय विद्युत अभियंताओं को प्रतिदिन कम से कम 15 बड़े बकायेदारों और सहायक विद्युत अभियंताओं को कम से कम 10 बड़े बकायेदारों के यहां जाकर मीटर चेक करने, रीडिंग लेने का निर्देश दिया गया है।

खुद कर्जदार बना जेबीवीएनएल

रांची सहित पूरे झारखंड में विभिन्न कंपनियों, कल-कारखानों एवं फैक्ट्रियों पर लगभग 11 अरब 77 करोड़ रुपए बकाया हैं। अगर यह पैसा जेबीवीएनएल वसूल ले तो उसकी हालत सुधर सकती है, विभिन्न डिस्कॉम कंपनियों से ली जाने वाली बिजली के एवज में पैसा के भुगतान आसानी से कर सकता है। डीवीसी, टीवीएनएल एवं अन्य डिस्कॉम कंपनियों का जेबीवीएनएल पर करोड़ो रुपए का बकाया है। डीवीसी अपने बकाये के कारण ही पिछले तीन महीने से बिजली कटौती कर रहा है। जेबीवीएनएल से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कई कपंनियों पर 10 लाख से ऊपर बकाया है। जेबीवीएनएल सख्ती दिखाए तो उसकी ये हालत नहीं होती।

कहां, कितना बकाया

जिला कंपनियां बकाया

जमशेदपुर 40 बकाया 1 अरब से ज्यादा

रांची 12 से अधिक 200 करोड़

एचईसी 150 करोड़ से ऊपर

चाईबासा 8 कंपनियां 4 करोड़

चास 4 18 करोड़

देवघर 8 2 करोड़

धनबाद 10 17 करोड़

दुमका 3 5 करोड़

गढ़वा 1 14 लाख

डालटनगंज 1 26 लाख

गिरिडीह 3 5 करोड़

हजारीबाग 3 2 करोड़

कोडरमा 1 61 लाख

रामगढ़ 8 22 करोड़

साहेबगंज 8 14 करोड़

रांची में बड़े बकायेदारों से बिल की वसूली के लिए छह स्पेशल टीम बनाई गई है, जिनको पांच लाख रुपए से ऊपर के बकायेदारों से पैसा वसूलना है। इन बकायेदारों को कई बार नोटिस दिया गया, लेकिन वो पैसा जमा नहीं कर रहे हैं। अब उनकी बिजली भी काटी जाएगी।

-दिनेश्वर कुमार सिंह, अधीक्षण अभियंता, रांची सर्किल