RANCHI:रिम्स में भी एन 95 मास्क की कमी हो गयी है। डाक्टरों के पास भी पर्याप्त मात्रा में मास्क उपलब्ध नहीं होने के कारण प्रभावित मरीजों के इलाज में जबरदस्त परेशानी सामने आ सकती है। अब तक रिम्स में जांच के लिए भेजे गए नमूनों में कोरोना के वायरस नहीं पाए गए हैं, लेकिन जिस तरह से मास्क, सैनिटाइजर गायब हो रहे हैं। ऐसे में कोरोना की दस्तक भी शहर के लिए काफी बड़ा खतरा और जानलेवा साबित हो सकती है। इधर, रांची के बाजारों से सैनिटाइजर और मास्क लगातार शार्ट होते जा रहे हैं। इस कारण अब इनकी कालाबाजारी तेज होती जा रही है। इससे पूर्व ही मास्क और सैनिटाइजर की एमआरपी में करीब 70-80 परसेंट की वृद्धि हो गयी। अब बाजार में दोनों ही उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।

राजधानी में बढ़ रहा खौफ

राजधानी में भी कोरोना वायरस के खौफ का असर स्पष्ट देखने को मिल रहा है। इस वजह से राजधानीवासी अपने चेहरे पर मास्क लगाकर घूमते नजर आ रहे हैं। कोरोना वायरस के डर से रांची में भी मास्क और सैनिटाइजर की खरीदारी काफी बढ़ गई है, जिससे इसकी कालाबाजारी शुरू हो गई है।

डाक्टर के लिए भी नहीं है मास्क

राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में भी एन95 मास्क की कमी देखी गई। इसे लेकर रिम्स के अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप ने बताया कि जिस प्रकार कोरोना वायरस के डर से मास्क की बिक्री बढ़ी है, उससे मार्केट में भी मास्क की काफी कमी हो गई है। इस वजह से बाजार में अधिक कीमत पर मास्क मिल रहे हैं। मार्केट में मास्क की कमी होने के कारण रिम्स में कोरोना वायरस से ग्रसित मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों के लिए भी मास्क नहीं मिल पा रहा है।

स्वास्थ्य मंत्रालय का निर्देश जारी

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से निर्देश जारी किया गया है कि अगर कोई दवा दुकानदार या डीलर मास्क और सैनिटाइजर के दाम में बढ़ोतरी कर बेचता है तो उस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। इसके बावजूद दुकानों में दाम बढ़ाकार बेचे जा रहे हैं और कंपनी पर आरोप लगाया जा रहा है कि कीमतों में वृद्धि की गयी है। इसपर नकेल कस पाने में विभाग भी फेल होता दिखाई दे रहा है।

कोरोना से लड़ने की चुनौती

विदेश से आए कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार लोगों से मास्क, ग्लब्स और सैनिटाइजर का प्रयोग करने को कह रही है, लेकिन जिस तरह से मार्केट में इन चीजों की कालाबाजारी बढ़ी है। ये निश्चित रूप से कोरोना से लड़ने की चुनौती को कहीं ना कहीं बढ़ाता नजर आ रहा है। स्वास्थ विभाग ने लोगों से अपील की है कि अगर बाजार में मास्क नहीं मिलता है तो रुमाल या किसी कपड़े से खुद को ढक कर बचाव कर सकते हैं।

मार्केट में मास्क की कमी हो गई है, जिससे रिम्स में कोरोना वायरस से ग्रसित मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों के लिए भी मास्क नहीं मिल पा रहा है। यह गंभीर हो सकता है।

डॉ विवेक कश्यप, अधीक्षक, रिम्स

मास्क और सैनिटाइजर की कालाबाजारी कहीं से भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कुछ दुकानदारों की ओर से कालाबाजारी की सूचनाएं लागातार आ रही हैं, जो गंभीर है। इसपर तुरंत लगाम लगाने की कोशिश की जा रही है।

बन्ना गुप्ता, स्वास्थ्य मंत्री, झारखंड