रांची(ब्यूरो)। 16 लोगों के बैंड का खर्च 6000 रुपए तक बढ़ गया है। लाइट उठाने वाले लेबर की मजदूरी 100 रुपए तक बढ़ गई है। पंडितों के दक्षिणा में 25 परसेंट तक बढ़ोतरी हो गई है। 9000 रुपए में बुक होने वाली बाहुबली बग्घी के इस बार 11000 रुपए लग रहे हैं। अब शादी करने पर भी महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है। 18 अप्रैल से शादियों का लग्न शुरू हो रहा है। 2 साल बाद पहली बार शहर में बहुत सारी शादियां होने वाली हैं। लोग अपने घरों में होने वाली शादियों को लेकर उत्सुक भी बहुत हैं। लेकिन इस साल शादी-ब्याह भी महंगी होने वाली है। कैटरर से लेकर गाड़ी सजाने तक और घोड़ा गाड़ी से लेकर ताशा पार्टी तक महंगे हो गए हैं। दो साल पहले जो शादी होती थी उसके बाद इस साल 2022 में 25 से 30 परसेंट तक शादी का खर्च महंगा हो गया है।

30-40 परसेंट खर्च बढ़ा

जो बैंक्वेट हॉल 80 हजार रुपए किराये पर मिलता था, वो बढ़कर एक लाख 20 हजार रुपये तक पहुंच गया है। रिसॉर्ट्स, होटल व बड़े बैंक्वेट हॉल पहले डेढ़ से दो लाख रुपए के किराये पर मिल जाते थे। इनका किराया भी अब बढ़ कर ढाई लाख रुपये हो गया है। बड़े होटलों में इन दिनों दो हजार रुपये प्रति प्लेट से कम में बुकिंग नहीं हो रही है।

टेंट, केटर सब कुछ महंगा

पिछले साल तो शादी-ब्याह से जुड़े कारोबारियों का बाजा बज गया था। कोरोना की दोनों लहरों और कड़े प्रतिबंधों के बीच कुछ लोगों ने शादी तो की, लेकिन सीमित गेस्ट्स के साथ। इस साल शादी का खर्च 30 से 40 फीसदी तक बढ़ गया है। टेंट, बाजा-बत्ती, हलवाई आदि की बात करें तो इस मद में तो 100 फीसदी तक ज्यादा खर्च हो रहा है। सुविधा कैटरर के मालिक यशवंत पांडे बताते हैं कि अधिकतर बुकिंग पहले से है, ऐसे में उस समय कम ही रेट पर बुकिंग हुई है।

टेंट व कुर्सियों का किराया भी बढ़ा

रातू रोड के रहने वाले अजय कुमार बताते हैं कि सिर्फ बैंक्वेट हॉल ही नहीं, टेंट और कुर्सी आदि का भी किराया बढ़ गया है। पहले 15 फीट गुना 15 फीट का एक टेंट लगवाने का किराया 300 रुपये लिया गया था। अब इसी साइज के टेंट का किराया बढ़ कर 750 रुपए हो गया है। इसी तरह कोरोना से पहले एक कुर्सी का किराया 10 से 15 रुपये था। अभी वह बढ़कर 25 रुपये प्रति कुर्सी प्रति दिन हो गया है।

केटरर का रेट भी हाई

जिनके यहां शादी होती है, उनके यहां हलवाइयों की बुकिंग भी जरूरी है। अब तो शादी से दो दिन पहले और शादी के दो दिन बाद तक की बुकिंग होने लगी है, ताकि गेस्ट्स को खाने-पीने में दिक्कत नहीं हो। कांटा टोली रिफ्यूजी कॉलोनी के रमेश कुमार ने बताया कि उनके यहां शादी से दो दिन पहले से तीन हलवाइयों को रखा गया है। उन्हें हर रोज के लिए 1000 रुपये का भुगतान करना पड़ा है। पहले हलवाई हर रोज के लिए 600 से 700 रुपये लेते थे। इसी तरह हलवाइयों के हेल्पर का भी रेट बढ़ गया है।

बैंड बजवाना भी महंगा

बैंड बाजा वाले भी शादी वाले परिवारों का बाजा बजाने लगे हैं। कर्बला चौक राजधानी बैंड बाजा के मो शमशाद कहते हैं कि कोरोना के कारण काफी संकट रहा अब शादी समारोह फिर से शुरू हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि 21, 31, 41 और 51 लोगों का बैंड आमतौर पर होता है। उन्होंने बताया कि बहुत ज्यादा कीमतें नहीं बढ़ी हैं। महज दस फीसदी ही रेट बढ़े हैं। 2 साल पहले 21 लोगों का बैंड 15-17 हजार रुपए में बुक होता था, अब 18-20 हजार में बुक हो रहा है।

जुलाई तक ये रहेंगे विवाह मुहूर्त

-अप्रैल: 15, 16, 17, 19, 20, 21, 22, 23, 27.

-मई: 2, 3, 4, 9, 10, 11, 12, 18, 20, 25, 26, 31.

-जून: 1, 5, 6, 8, 10, 11, 13, 14, 15, 16, 20, 21, 22.

-जुलाई: 3, 7, 8 और 9 जुलाई।