RANCHI: रांची के चुटिया इलाके में दारोगा सुभाष चंद्र लकड़ा पर फाय¨रग करने वाले दोनों अपराधियों को पुलिस ने 12 घंटे के भीतर दबोच लिया। उनके पास से घटना में इस्तेमाल किए गए पिस्टल और गोलियां बरामद कर ली गई हैं। पकड़े गए अपराधियों में लोअर बाजार थाना क्षेत्र के मिल्लत कॉलोनी पत्थलकुदवा निवासी इमरोज अंसारी उर्फ बाबू पिता हजरत अंसारी और इदरीश कालोनी निवासी तौकीद मल्लिक उर्फ शेखु शामिल हैं। तौकीद हजारीबाग के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मंडा रोड में अपने रिश्तेदार के यहां जाकर छुप गया था। जबकि इमरोज रांची में ही अपने घर से पकड़ा गया।

हत्या कर देते अपराधी

पकड़े जाने के बाद पूछताछ में अपराधियों ने बताया है कि दारोगा ने मारपीट के दौरान जब पिस्टल का बटन दबाकर मैगजीन नहीं निकाली होती तो गोली मारकर हत्या कर देते। इसका प्रयास भी किया। इमरोज ने गोली चलाई जो दारोगा की जांघ में लगी। अपराधियों में एक ने खाली मैगजीन रहते हुए भी दारोगा को प्वाइंट करते हुए तीन से चार बार ट्रिगर भी दबाया था।

वीरता पुरस्कार के लिए अनुशंसा

अपराधियों के पकड़े जाने के बाद एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने प्रेस काफ्रेंस कर खुलासा किया। एसएसपी ने बताया कि दारोगा को वीरता पुरस्कार के लिए अनुशंसा की जाएगी। पकड़ने वाली पूरी टीम को भी पुरस्कृत किया जाएगा।

चार टीमें निकली थीं छापेमारी में

दारोगा को गोली मारने के बाद एसएसपी ने हर हाल में अपराधियों को 12 घंटे के भीतर पकड़ने का अल्टीमेटम दिया था। चार टीमें अपराधियों की तलाश में निकली थीं। तौकीद उर्फ शेखु स्कूटी से ही हजारीबाग निकल गया था। वहां अपने एक रिश्तेदार के घर जाकर छुप गया। जबकि इमरोज रांची में अपने घर में ही छुपा हुआ था। तकनीकी टीम, सीसीटीवी फुटेज का मिलान और लाइव लोकेशन की मदद से पुलिस ने सभी को दबोच लिया।

ये हुए बरामद

घटना में इस्तेमाल की गई लोडेड देसी पिस्टल, मैगजीन, देशी कट्टा एक, प्वाइंट 315 बोर की छह गोलियां, प्वाइंट 325 बोर की एक गोली, घटना में इस्तेमाल की गई स्कूटी, बड़ा स्प्रिंग वाला चाकू, दो मोबाइल और लूटे हुए कई सोने की चेन और जेवरात बरामद किए गए।