रांची(ब्यूरो)।राजधानी के जेल में बंद कुख्यात अपराधियों को दूसरे राज्यों की जेलों में शिफ्ट किया जाएगा। गृह विभाग लगातार इस दिशा में प्रयास कर रहा है। विभाग और मुख्यालय के विचार के बाद ही अपराधियों को दूसरे राज्यों की जेल में शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यालय की ओर से इसकी तैयारी शुरु कर दी गई है। पुलिस मुख्यालय की अनुशंसा पर मुख्यमंत्री की सहमति के बाद इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। इन्हें वैसे हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट किया जाएगा, जहां वाट्सएप, इंटरनेट तो क्या वॉयस कॉल करना भी संभव नहीं होगा।

गृह विभाग ने जेलों से मांगी लिस्ट

गृह विभाग की ओर से जेल में बंद सभी अपराधियों की लिस्ट और उनके क्रिमिनल रिकार्ड मांगे गए हैं। जेल प्रशासन भी लिस्ट तैयार करने में जुट गया है। लिस्ट के आधार पर गृह विभाग दूसरे राज्य के जेल प्रशासन से परमिशन लेकर अपराधियों को वहां शिफ्ट करेगा। दरअसल तमाम कोशिशों के बाद भी पुलिस जेल से रंगदारी रोकने में नाकाम रही है। लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें जेल में बंद अपराधी रंगदारी मांग रहे हैं। प्रतिबंधित होने के बाद भी जेल से मोबाइल फोन और विभिन्न प्रकार के मोबाइल एप का इस्तेमाल कर रंगदारी मांगी जा रही हैै।

ये हैैं निशाने पर

व्यापारियों, बिल्डरों और जमीन का काम करने वाले कारोबारियों को निशाना बना कर उनसे एक्टॉर्शन की डिमांड की जा रही है। नहीं देने पर जान से मारने समेत कई तरह धमकियां दी जाती हैैं। ताजा मामला अरगोड़ा थाना क्षेत्र का जहां दो व्यापारियों ने अरशद खान उर्फ पप्ली खान के खिलाफ दस लाख रुपए रंगदारी मांगने मामला दर्ज कराया है। अरशद के संबंध जेल में बंद अमन साव से हैं। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

काम के बदले दो 'गुंडा टैक्स

सिटी में किसी भी तरह के काम कराने के लिए यहां पहले चढ़ावा देना होता है, जिसे गुंडा टैक्स कहा जाता है। जमीन पर कंस्ट्रक्शन कराना हो, रोड, नाली, निर्माण कराना हो या फिर अपने घर की टूट हुई बाउंड्री ही क्यों न ठीक करानी हो, सब पर गुंडा टैक्स देना होता है। जेल में बंद अपराधी और उनके गिरोह के सदस्य इन कामों को अंजाम दे रहे हैं। हाल के दिनों में लगातार जेल से रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। जिसमें पुलिस ने कुछ अपराधियों को अरेस्ट भी किया है। इसके बावजूद रंगदारी पर पुलिस पूरी तरह से शिकंजा कसने में असफल रही है।

इनके गैैंग हैैं एक्टिव

अमन साव और सुजीत सिन्हा गैंग, फहीम खान से लेकर अमन श्रीवास्तव गैंग के गुर्गे इस काम में एक्टिव हैं। अरगोड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत जेएमएम के नेता अपनी ही जमीन पर बाउंड्री करने के लिए अरशद खान उर्फ पप्ली को रंगदारी के रूप में एक लाख रुपए दिए। जेएमएम के नेता से दस लाख रुपए रंगदारी मांगी गई थी। नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई थी।

होटवार सेमांग रहे रंगदारी

रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बैठकर धनबाद, बोकारो में भी रंगदारी मांगी जा रही है। एक महीने पहले धनबाद एसएसपी ने खुलासा करते हुए कहा था कि रंगदारी के लिए आने वाले सभी फोन का लोकेशन होटवार जेल है।

मिल जाती है रंगदारी

रांची जेल में बंद शूटर अमन सिंह के नाम पर उसके गिरोह के अपराधी कारोबारियों से रंगदारी मांग रहे हैं। अमन सिंह का गिरोह कोयला कारोबारियों के लिए आतंक का पर्याय बना हुआ है। रंगदारी नहीं देने पर अब दिनदहाड़े कारोबारियों को धमकाया जा रहा है और उनके घरों पर बम भी फेंके जा रहे हैं। टेंडर हो, कोयले का कारोबार या फिर जमीन की खरीद बिक्री, हर जगह गैंग के गुर्गे सक्रिय दिख रहे हैं। कई बार लोग पुलिस के पचड़े में पड़े बिना रंगदारी देने को भी तैयार हो जाते हैं। दूसरे राज्य में शिफ्ट करने से पहले पुलिस इन अपराधियों को दूसरे शहर के जेलों में शिफ्ट कर के देख चुकी है। स्थिति नियंत्रित न होता देख अब इन क्रिमनल्स को दूसरे राज्य भेजने की तैयारी है।

हाल की घटनाएं

04 सितंबर : व्यवसायी प्रमोद सिंह से रंगदारी मांगी गई। होटवार जेल से अमन साव द्वारा रंगदारी मांगने का मामला सामने आया।

11 सितंबर : विधायक ढुलू के करीबी डब्लू महथा से जेल में बंद अपराधियों ने मांगी रंगदारी, नहीं देने पर जान से मारने की धमकी।

23 सितंबर : भाजपा नेता सह बिल्डर रमेश सिंह से दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई। रमेश सिंह से पहले भी रंगदारी मांगी गई है।

16 दिसंबर: जेएमएम नेता से अपनी जमीन पर काम कराने के एवज में दस लाख रुपए की मांगी गई रंगदारी। जान से मारने की मिली धमकी।