RANCHI: एक ऐसा ठग, जो कभी रांची नहीं आया। केवल फोन के जरिए ही सीसीएल के रिटायर्डकर्मी से अपने खाते में 90 लाख रुपए डलवा लिए। वह भी दिल्ली में बैठे-बैठे। आरोपी आशीष कुमार चौबे उर्फ शैलेंद्र फिलहाल, रांची सीआईडी अधिकारी के चंगुल में है। उसे ट्रांजिट रिमांड पर देर रात रांची लाया गया। उसने बैंक में, केवाइसी में अपने घर का गलत पता दिया था। इससे सीआईडी के अधिकारियों को उसे पकड़ने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

ख्0क्ब् से सीसीएल अधिकारी के संपर्क में

साइबर थाना रांची की टीम ने सीसीएल के रिटायर्ड अफसर एके राय से 90 लाख की ठगी मामले में आरोपी आशीष कुमार चौबे उर्फ शैलेंद्र को दिल्ली के अशोक विहार से मंगलवार शाम गिरफ्तार किया। वह वर्ष ख्0क्ब् से ही सीसीएल अधिकारी के संपर्क में था। दो साल संपर्क में रहने के बाद उसने नवंबर महीने मेंएके राय से पैसे ठग लिए। शैलेंद्र के कहने पर एके राय ने नेट बैंकिंग के जरिए उसके एकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए थे।

ऐसे बिछाया जाल

एक दिसंबर को जब एके राय ने साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई तो बताया कि उन्होंने ब्0 लाख रुपए का इंश्योरेस कराया था, जिसकी पॉलिसी मैच्योर होनेवाली थी। इसकी जानकारी किसी माध्यम से आशीष को मिल गई थी। इसके बाद पॉलिसी नंबर बताते हुए उसने श्री राय को कहा कि ब्0 लाख की राशि लेने के लिए बीमा कार्यालय को ब् लाख से ज्यादा की रकम देनी होगी। इसलिए उसने अपने इंश्योरेंस का एक कवर प्लान लेने की बात कहीं। इसी कवर प्लान की खूबी बता कर उसने क्.9फ् करोड़ रुपए रिटर्न देने की पेशकश कर उन्हें फांस लिया। पैसे देने के लिए उसने धीरे-धीरे कर नवंबर महीने में 90 लाख रुपए ऑनलाइन कैश मंगा लिये।