RANCHI: दवा व्यवसायी मनीष कुमार के घर धमके डकैतों को देख उनकी बेटी ने पूछा-क्या आपलोग चड्डी-बनियान गिरोह के हैं? यह पूछना ही इस परिवार के लिए भारी पड़ गया। डकैतों ने कहा-ज्यादा क्राइम पेट्रोल न देखा करो और मनीष कुमार के साथ ही उनकी पत्नी को और मारने-पीटने लगे। वहीं, मनीष की बेटी को भी धमकाया और कहा ज्यादा बोलेगी तो गोली और बम मार देंगे। जब तक अपराधी रहे मनीष कुमार को थप्पड़ मारते रहे। इस दौरान पूछा कि किचन में कुछ है, भूख लग रही है। फ्रिज खोलकर उसमें रखी मिठाई भी खाई। इसके बाद उसी रास्ते से भाग निकले, जिससे वे घुसे थे। बाद में मनीष ने अपने रिश्तेदारों को बुलवाकर घर का दरवाजा खुलवाया।

काले रंग की कार ढूंढ रही पुलिस

डाका डालने पहुंचे अपराधी लोकल भाषा में बातचीत कर रहे थे। वे कह रहे थे कि रात के करीब 1:45 बजे हैं। लूट कर अभी निकलना ठीक नहीं है, पीसीआर वैन पकड़ लेगी। थोड़ी सुबह होगी तभी निकलेंगे। हालांकि पुलिस को चड्डी बनियान गिरोह पर भी शक है। लेकिन भाषा की वजह से असमंजस हो रहा है। अपराधी उनकी दीवार से फांद कर निकले थे। स्थानीय कुछ महिलाओं ने देखा कि उन्हें लेने एक काले रंग की कार पहुंची थी। उसी कार में बैठकर सभी अपराधी भाग निकले। पुलिस उस काले रंग की कार की भी तलाश कर रही है।

गंजी व हाफ पैंट में थे डकैत

मनीष कुमार की पत्नी कृति सिंह के अनुसार, सभी अपराधी कांवरियों के वेश में थे। गेरुआ रंग की गंजी और हाफ पैंट पहन रखी थी। कुछ ने ऊपर से शर्ट डाल रखी थी। एक अपराधी ने उनके भतीजे कर्ण उर्फ चिंटू की जींस भी पहनी थी। लेकिन जाने से पहले खोल कर छोड़ गया। जिससे पुलिस ने डॉग स्क्वायड को सुंघाकर उनके पीछे जाने की कोशिश की। हालांकि डॉग को उससे खास सफलता नहीं मिल पाया।

पुलिस को आशंका, रेकी कर हुई डकैती

पुलिस आशंका जता रही है कि पूरी रेकी के बाद ही घटना को अंजाम दिया गया है। चूंकि अपराधियों को पता था कि किस कमरे को लूटना है। डाइनिंग रूम का दरवाजा सबल जैसे लोहे के हथियार से तोड़कर घुसे, इसके बाद गन प्वाइंट पर मनीष के बेडरूम को खुलवाना यह इंगित कर रहा है कि अपराधियों ने पूर्व योजना से घटना को अंजाम दिया है। इसे देखते हुए घर में काम करने वाली मेड, घर में काम करने वाले दो प्लंबर को हिरासत में लेकर पूछताछ की है।