-सिटी में चारों ओर जमा है कूड़ा, नहीं हो रही फॉगिंग

-हॉस्पिटलों में भी कई जगह जमा है पानी और गंदगी

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RANCHI: मानसून के आते ही शहर में डेंगू का खतरा बढ़ गया है। सिटी में चारों ओर कूड़े का अंबार लगा है। वहीं नालियों के जाम होने से गंदा पानी भी सड़कों पर बह रहा है। इधर, रिम्स और सदर हॉस्पिटल में भी इन दिनों गंदगी और पानी का जमाव बड़ी समस्या बना हुआ है। इससे मरीजों को भी डेंगू का डर सताने लगा है। लेकिन इसकी चिंता न तो नगर निगम को है और न ही हॉस्पिटल प्रबंधन को। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या डेंगू के डंक के बाद ही इनकी नींद खुलेगी?

नहीं हो रही साफ-सफाई

सिटी में जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा है। नगर निगम की ओर से इस कचरे का उठाव नहीं होने की वजह से मच्छर पैदा हो रहे हैं। इन मच्छरों में डेंगू के मच्छर भी होंगे इससे इनकार नहीं किया जा सकता। इसके बावजूद नगर निगम न तो दवा का छिड़काव कर रहा है और न ही सिटी में फॉगिंग की जा रही है। वहीं इस कचरे की गंध से लोगों का जीना दूभर हो रहा है।

हॉस्पिटलों में पैदा हो रहे मच्छर

अगर सिटी की बात की जाए तो यहां के दोनों सरकारी हॉस्पिटलों की हालत भी खराब है। जहां गंदगी भरी है। सफाई बस दिखावे की हो रही है। जबकि कई जगहों पर गंदा पानी हमेशा जमा रहता है। गंदगी की सफाई नहीं हो रही है। इस गंदगी और जल जमाव से हॉस्पिटलों में भी मच्छर पैदा हो रहे हैं।

पेशेंट को नहीं मिल रही मच्छरदानी

गंदगी होने की वजह से हॉस्पिटल में मच्छरों की तादाद बढ़ गई है। लेकिन प्रबंधन की ओर से इससे बचाव के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। ऐसे में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मच्छरों से बचाव के लिए हॉस्पिटल में दवा का छिड़काव नहीं किया जा रहा है। वहीं उन्हें मच्छरदानी की भी सुविधा नहीं दी जा रही है। मरीजों की अधिक संख्या होने की वजह से कई मरीजों का गैलरी में ही ईलाज किया जा रहा है। ऐसे में उन्हें मच्छरों के काटे जाने का अधिक खतरा है।