RANCHI : सुपरस्पेशियलिटी सदर हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी विंग शुरू करने की तैयारी तेज कर दी गई है। ओपीडी के लिए कमरा भी तैयार किया जा रहा है। इस उम्मीद में कि सदर हॉस्पिटल में भी दिल के मरीजों का इलाज शुरू हो जाएगा। लेकिन कोई कार्डियोलॉजिस्ट सदर आने को तैयार नहीं हो रहे हैं। ऐसे में हॉस्पिटल प्रबंधन परेशान है। उसे यह चिंता सता रही है कि तैयारियों के बावजूद दिल का इलाज कैसे हो पाएगा। बता दें कि सुपरस्पेशियलिटी में नए विंग शुरू करने की योजना खुद प्रबंधन ने बनाई है।

बेहतर इलाज को भेजना था रिम्स

सदर हॉस्पिटल के प्रबंधन ने ओपीडी सर्विस शुरू करने की जो योजना बनाई है। उसके तहत ओपीडी में डॉक्टर मरीजों को देखने के बाद उनकी जांच करेंगे। इस दौरान यहां पर मरीजों का ईसीजी, इको कार्डियोग्राफी और टीएमटी टेस्ट किया जाना है। इसके बाद अगर किसी मरीज को ज्यादा परेशानी होगी तो बेहतर इलाज व ऑपरेशन के लिए उसे रिम्स भेजा जाएगा।

डॉक्टरों को करना था सहयोग

सदर के कार्डियो ओपीडी के संचालन के लिए प्रबंधन ने रिम्स प्रबंधन से सहयोग मांगा था। इस पर रिम्स के डायरेक्टर ने डॉक्टर भेजने का आश्वासन भी दिया था। लेकिन कोई भी कार्डियोलॉजिस्ट सदर में आने को तैयार नहीं है। एक पेंच यह भी है कि इसके लिए न तो हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से कोई पत्र जारी किया गया है और न ही सिविल सर्जन ने कोई डिमांड लेटर भेजा है। ऐसे में कार्डियोलॉजिस्ट को आदेश का इंतजार है। इसके बाद ही वे सदर में मरीजों को देखने जाएंगे।

रिम्स में लोड हो जाएगा कम

सदर में दिल के मरीजों का इलाज शुरू होने से रिम्स में मरीजों का लोड कम हो जाएगा। चूंकि यहां कार्डियो ओपीडी में हर दिन 150 के लगभग मरीज आते हैं। ऐसे में दिल की छोटी-मोटी बीमारियों का इलाज सदर में भी हो जाएगा। वहीं उनके लिए दवाएं भी हॉस्पिटल में ही उपलब्ध कराई जाएंगी।

वर्जन

रिम्स डायरेक्टर से हम लोग मिले हैं और डॉक्टरों को भेजने का आग्रह किया है। इसके लिए सिविल सर्जन डायरेक्टर को एक मांग पत्र देंगे। इसके बाद सेक्रेटरी से आदेश लेकर कार्डियोलॉजिस्ट को भेजने का आग्रह किया जाएगा। अगले महीने से हमारे हॉस्पिटल में कार्डियो ओपीडी सर्विस मिलने लगेगी।

डॉ.विमलेश सिंह, ब्लड बैंक प्रभारी सह झासा सेक्रेटरी