RANCHI: 24 घंटे अगर आपको बदबू और बजबजाती नाली के बीच रहने को बोल दिया जाए तो आप सीधे-सीधे नकार देंगे। लेकिन सिटी के कांटाटोली का एरिया ऐसा है जहां वर्षो से लोग नाली के ऊपर ही रह रहे हैं। गंदगी, बदबू और दूषित पानी के बीच ही जीवन यापन कर रहे हैं। जी हां, वार्ड संख्या 13 के कांटाटोली स्थित चुनवा टोली जो बिल्कुल रोड किनारे हैं। यहां एक बड़ा नाला बहता है। शहर का गंदा पानी इसी रास्ते से होकर स्वर्णरेखा नदी में जाकर मिल जाता है। लेकिन जिस स्थान की हम बात कर रहे हैं वहां सैकड़ों परिवार रहते हैं और इसी नाले के ऊपर जिंदगी काट रहे हैं।

गदंगी में रहने की आदत

इस क्षेत्र के रहने वाले गोडवींड कश्यप बताते है कि यहां कई वर्षो से ऐसे ही हालात हैं। कई बार पार्षद और नगर विकास मंत्री से शिकायत की गई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। सिस्टम से शिकायत करते-करते इतने थक चुके हैं कि अब तो इसी गंदगी और बदबू में रहने की आदत सी हो गई है। खुद से जितना हो सकता है सफाई करते हैं लेकिन नाला इतना बड़ा है कि इसकी पूरी सफाई खुद से नहीं की जा सकती। नगर निगम से भी कभी न तो ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव होता है न ही फागिंग कराई जाती है। नाला के खुला होने से खतरा भी बना रहता है। गोडविंड ने कहा हम स्मार्ट सिटी में रहते हैं और यह नाला है स्मार्ट सिटी की पहचान।

खुद कराया पुलिया निर्माण

गोडविंड ने बताया कि बार-बार मंत्री से कहने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो हमलोगों ने खुद से ही प्रयास करना शुरू कर दिया। आने-जाने में बहुत तकलीफ होती थी इसलिए यहां छोटी पुलिया का निर्माण कराया। चुनवा टोली में तीन छोटी-छोटी पुलिया का निर्माण हम मुहल्लेवासियों ने मिल कर किया है। हालांकि बाद में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह द्वारा गार्ड वाल का निर्माण कराया गया, लेकिन यह भी अधूरा ही बनाया गया। बार-बार कहने के बाद भी न तो गार्ड वाल पूरा किया गया और न ही नाले को ढका गया। कई तरह की वैक्टीरिया यहां से निकलते हैं जिससे बडी गंभीर बीमारी होने का भी डर बन रहता है।