रांची (ब्यूरो)। तीन सालों से बड़ा तालाब स्थित बंद पड़ी स्वामी विवेकानंद की मूर्ति आम लोगों के लिए इस साल दर्शनीय हो जाएगी। 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती है, उनकी जयंती मनाने के लिए विभाग द्वारा जो भी काम है उसे पूरा कर लिया गया है। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस साल स्वामी विवेकानंद की मूर्ति आम लोगों के दर्शन के लिए उपलब्ध करा दी जाएगी। तालाब के पास थोड़ा बहुत जो काम बचा हुआ था उसे पूरा कर लिया गया है।

कुछ दिन ही खुला रहा पार्क

दिसंबर 2019 में स्वामी विवेकानंद सरोवर पार्क का उद्घाटन किया गया था। उद्घाटन के बाद कुछ दिनों तक ही लोग यहां घूमने आ सके। उनके लिए घूमने की व्यवस्था की गई थी। लेकिन उसके बाद 3 साल होने जा रहा है पार्क को बंद कर दिया गया है। विभाग के अधिकारी भी नहीं बता पा रहे हैं कि आखिर पार्क को क्यों बंद कर दिया गया है।

सड़क से निहारते हैं मूर्ति

बड़ा तालाब पर 33 फीट ऊंची स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण किया गया था। इस प्रोजेक्ट पर 17 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे, जिसका मकसद राजधानी के बीच एक ऐसी खूबसूरत जगह डेवलप करना था, जहां शहर के लोग पहुंचें और कुछ समय बिता सकें। लेकिन 3 साल बाद आज भी शहर के लोग इस प्रतिमा को सड़क से गुजरते हुए सिर्फ निहार पाते हैं, क्योंकि प्रतिमा तो बना दी गई लेकिन वहां की देखरेख की व्यवस्था नहीं की गई।

33 फीट ऊंची प्रतिमा

तालाब के बीच टापू पर स्वामी विवेकानंद की कांस्य की जो प्रतिमा लगायी गयी है, उसका वजन 9.8 टन है। इसे नोएडा की राम सुतार आर्ट क्रिएशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने बनाया है, जो पद्मभूषण मूर्तिकार राम वी। सुतार की है।

तालाब में अब भी गिर रहा गंदा पानी

स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित तो हो गयी, लेकिन बड़ा तालाब के उत्तरी छोर से अब भी ड्रेनेज का गंदा पानी तालाब में गिर रहा है। बड़ा तालाब के आसपास दो ड्रेनेज हैं, जहां का गंदा पानी बड़ा तालाब में ही आकर गिरता है। गंदगी का अंबार है। जलकुंभी भी तैरती दिख रही है। यही स्थिति तालाब के पूर्वी और उत्तरी छोर की भी है। शौचालय के पास अब भी पूजा की सामग्री तालाब में बिखरी पड़ी है।

बाकी हैं अब भी कई काम

बड़ा तालाब के सौंदर्यीकरण का काम आज तक अधूरा पड़ा है। केवल तालाब के चारों ओर पाथ-वे बनाने के नाम पर ही 10 करोड़ रुपए फूंक दिए गए। इसके लिए तालाब में बड़े-बड़े पिलर तक गाड़े गए। लेकिन काम को अधूरा करके छोड़ दिया गया। सभी पिलर आज भी तालाब में यूं ही पड़े हुए हैं। तालाब के चारो तरफ कंक्रीट का पाथवे बनाने का असर यह हुआ है कि तालाब में बरसात का पानी आना दूभर हो गया। इससे तालाब के जलस्तर पर भी बुरा असर पड़ा है। 20 फीट चौड़े पुल पर बड़ा तालाब के सौंदर्यीकरण के लिए उसके बीचोंबीच विवेकानंद की आदमकद प्रतिमा लगायी गयी है। यह प्रतिमा करीब 3 करोड़ रुपए की लागत से बनी है। विवेकानंद प्रतिमा तक पहुंचने के लिए 20 फीट चौड़ा पुल भी बनाया गया। वहीं, सौंदर्यीकरण के लिए तालाब के चारों और रोड-नाले बनाने की पहल हुई। इसपर करीब 4 करोड़ रुपए खर्च कर दिए गए। हालांकि, रोड व नाला का निर्माण पूरा हुआ, लेकिन सौंदर्यीकरण का काम अधूरा ही रह गया। यानी कुल मिलाकर 17 करोड़ रुपए अब तक सौंदर्यीकरण के नाम पर खर्च कर दिए गए हैं।

आज स्वामी विवेकानंद की जयंती, सरकारी आयोजन होगा

12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के मौके पर विवेकानंद सरोवर यानी बड़ा तालाब में सरकारी आयोजन होगा। पर्यटन एवं कला-संस्कृति विभाग की ओर से इस बार बड़ा तालाब के समीप स्वामी विवेकानंद की जयंती धूमधाम से मनाने की योजना है। बड़ा तालाब स्थित आइलैंड नंबर-1 से आइलैंड नंबर-2 तक स्टील रेलिंग व विद्युत सज्जा का काम पूरा हो चुका है। जेबीवीएनएल के माध्यम से स्वामी विवेकानंद की मूर्ति के चारों ओर विद्युत सज्जा का काम किया गया है।

12 जनवरी को विवेकानंद जयंती के दिन बड़ा तालाब स्थित मूर्ति के पास कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर विभाग की टीम ने वहां दौरा भी किया है और थोड़ा बहुत वहां जो काम बचा हुआ है वह पूरा कर लिया गया है। रंग रोगन और विद्युत साज-सज्जा का काम पूरा हो गया है। सारा काम जब कंप्लीट हो जाएगा तो आम लोगों के लिए भी इसे खोल दिया जाएगा।

-संजीत कुमार, जिला खेल पदाधिकारी, रांची