रांची (ब्यूरो) । क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट, मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट समेत अन्य मांगों को लेकर डॉक्टरों ने 13 मार्च से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार के फैसले को स्थगित कर दिया है। इसे लेकर डॉक्टरों की आइएमए समेत अन्य संगठनों के साथ स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और विभागीय सचिव के साथ वार्ता हुई।

आज स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव तथा आई एम झांसा तथा अन्य डॉक्टर एसोसिएशन की मीटिंग हुई जिसमें सरकार का रवैया साकारात्मक रहा तथा विभिन्न बिंदुओं पर सहमति बनी वार्ता के बाद डॉक्टरों से जुडी संगठनों ने कहा कि वार्ता में सरकार का रवैया साकारात्मक रहा तथा विभिन्न बिंदुओं पर सहमति बन गई है। इसलिए आंदोलन को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।

इन संगठनों का समर्थन

आई एम ए, झांसा तथा एचपीआई शामिल है। इन संगठनों की राज्य सरकार के द्वारा गठित कमेटी की बैठक करीब चार-पांच दिनों से चल रही थी। इसमें जिन बिंदुओं पर विचार किया गया उनमें मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करना, 50 एवं 50 बेड वाले कम अस्पतालों एकल क्लिनिक को क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट से मुक्त रखना, हजारीबाग में डीडीसी को मेडिकल कॉलेज के प्रभार से मुक्त करना, सरकारी चिकित्सकों का बायोमेट्रिक को ट्रेजरी से लिंक नहीं करना और राज्य में पूर्व दिनों में डॉक्टर्स पर हुई हिंसा की जांच करना शामिल है।

फिर होगी बैठक

डॉक्टरों से संबंधित संगठनों ने कहा कि आने वाले दिनों फिर से इस मामले को लेकर बैठक होगी, जिसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। इस बैठक में अन्य संगठनों आईएमए फीमेल विंग, ए पीएचपी, चैंबर ऑफ कॉमर्स, एडवोकेट एसोसिएशन, रजिस्टर्ड केमिस्ट एसोसिएशन के प्रति आभार व्यक्त किया गया।