रांची (ब्यूरो)। सिटी का सबसे महत्वपूर्ण जगह बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर स्ट्रीट डॉग सुरक्षा खतरों का कारण बन सकते हैं। राजधानी में कुत्तों ने आतंक मचा रखा है। आए दिन ये स्ट्रीट डॉग्स लोगों को निशाना बना रहे हैं, जिससे कि शहर के लोग तो परेशान हैं ही, वहीं एयरपोर्ट और कई संस्थान भी इन स्ट्रीट डॉग्स से छुटकारा पाना चाहते हैं। इसके लिए बिरसा मुंडा एयरपोर्ट अथॉरिटी ने रांची नगर निगम से गुहार लगाई है, जिसमें लिखा है कि कुत्तों की वजह से आने वाले पैसेंजर्स को परेशानी हो रही है। अगर ये पैसेंजर्स को निशाना बनाते हैं तो बड़ी समस्या हो सकती है। इसलिए एयरपोर्ट कैंपस व आसपास से कुत्तों को हटाने की जरूरत है।

टहलते रहते हैं कुत्ते

टर्मिनल बिल्डिंग के बाहर व आसपास कुत्ते टहलते रहते हैं। यह हाल तब है जब एयरपोर्ट पर सेफ्टी एंड सिक्योरिटी के लिए सीआईएसएफ के जवान 24 घंटे तैनात रहते हैं। जबकि एयरपोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन दावा कर रहा है कि यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता है, शायद इन अवारा कुत्तों से एयरपोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन को पैसेंजर्स के लिए कोई खतरा नहीं दिख रहा है।

क्यों घूम रहे स्ट्रीट डॉग्स

राजधानी के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर कुत्तों के कारण खतरा बरकरार है। यहां हाल ही में रांची नगर निगम और एयरपोर्ट की टीम ने मांस-मछली की दुकानों का निरीक्षण किया था। पर यह महज आईवाश था। एयरपोर्ट से सटे एरिया के कारण खतरा बना रहता है। रनवे कीदीवार के ऊपर लगी फेंसिंग में पक्षी बैठे नजर आते हैं। वहीं एयरपोर्ट से सटे सेक्टर टू में मांस-मछली की दुकानें भी खुली हुई हैं। गौरतलब है कि रांची एयरपोर्ट पर बर्ड हिट की अब तक एक दर्जन घटनाएं हो चुकी हैं।

रोड पर बिखरा है कचरा

एयरपोर्ट से सटे होटल ग्रीन एकड़ के पास रोड से सटकर कचरा फेंका हुआ है, जहां कुत्ते और पक्षी जमा हैं। वहीं, एयरपोर्ट कॉलोनी के पास भी सड़क पर कचरा फेंका हुआ है। इसी कचरे के लालच में पक्षी एयरपोर्ट के आसपास मंडराते रहते हैं, और उनसे बर्ड हिट का खतरा पैदा होता है। इसी तरह एयरपोर्ट की बाउंड्री वॉल के किनारे-किनारे गंदगी और कचरा अधिक फेंका होने के कारण स्ट्रीट डॉग वहां तक पहुंच जाते हैं।

मांस-मछली की दर्जनों दुकानें

सेक्टर टू मार्केट में रविवार को मांस-मछली की एक दर्जन दुकानें खुली हुई हैं। इनमें खुले में बकरे और खस्सी का मांस बेचा जाता है। जब एयरपोर्ट और रांची नगर निगम की टीम ने इलाके का निरीक्षण किया तो उन्हें ऐसी एक ही दुकान मिली थी जिसपर जुर्माना किया गया था। ऐसे में स्पष्ट है कि टीम की कार्रवाई महज आईवाश है। इस संबंध में एयरपोर्ट के अधिकारी ने बताया कि एयरपोर्ट से सटे क्षेत्र में बर्ड हिट के खतरे से निपटने के लिए महीने में एक बार अभियान चलाया जाता है और इससे ज्यादा चलाना संभव भी नहीं है। एयरपोर्ट को बर्ड हिट के खतरे से बचाने के लिए सभी जरूरी उपाय भी समय-समय पर किए जाते हैं।

बच्चों को बना रहे निशाना

आए दिन शहर के अलग-अलग मोहल्लों में कुत्तों के कारण लोग परेशान हैं। कुछ इलाकों में लोगों को कुत्ते काट रहे हैं तो कुछ जगहों पर इन कुत्तों ने लोगों का रहना भी मुश्किल कर दिया है। मारवाड़ी कॉलेज एरिया से लोगों ने इसकी लिखित शिकायत की है। वहां पर कई बच्चों को कुत्तों ने अपना शिकार बनाया है। ऐसे में कुत्तों को पकड़कर ले जाने की गुहार लगाई गई है।

होप एंड एनिमल की जिम्मेवारी

कुत्तों की बर्थ कंट्रोल के अलावा ट्रीटमेंट करने की जिम्मेवारी रांची नगर निगम ने होप एंड एनिमल को दी है। जो कुत्तों को पकड़कर उनका स्टेरेलाइजेशन करती है। इसके बाद वापस उन्हें लाकर उसी इलाके में छोड़ दिया जाता है। लेकिन कई इलाकों से लोग शिकायत कर रहे है कि कुत्ता पकडऩे वाली गाड़ी आती ही नहीं है। इस वजह से कुत्तों की आबादी बढ़ती जा रही है। और जब इन कुत्तों को खाना नहीं मिलता तो ये लोगों को निशाना बनाना शुरू कर देते हैं।

सिटी में हर जगह है आतंक

ऐसा नहीं है कि इन दिनों रांची एयरपोर्ट ही सिर्फ अवारा कुत्तों का बसेरा बना हुआ है, बल्कि पूरी सिटी इन अवारा कुत्तों से आतंकित है। यह हाल तब है जब रांची सिटी में स्ट्रीट डॉग की संख्या को कम करने लिए होप एंड एनीमल ट्रस्ट के साथ मिलकर कुत्तों की नसबंदी का अभियान चल रहा है। इसमें रांची नगर निगम का कहना है कि रांची में हजारों कुत्तों की नसबंदी की गई है। लेकिन इसके बाद भी हालत यह है कि रांची में अवारा कुत्तों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। सिटी के चौक-चौराहों से लेकर अब ये स्टेशन और एयरपोर्ट पर भी दिख रहे हैं।