रांची(ब्यूरो)। न्यू ईयर सेलिब्रेशन में राजधानी रांची में खपाने के लिए नशे की बड़ी खेप पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा से पहुंच गई है, जिसे रांची के अलग-अलग विभिन्न इलाकों में खपाने की पूरी तैयारी है। सिर्फ नशे की दवा ही नहीं, बल्कि अवैध शराब, ड्रग्स, गांजा, ब्राउन सुगर समेत अन्य सामग्रियों को लेकर भी कुछ गिरोह के लोग रांची पहुंच गए हैं। यानी इस बार न्यू ईयर में रांची में पंजाबी नशे की खुमारी छाने वाली है। यह चौंकाने वाला खुलासा हाल ही में सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के आईटीआई बस स्टैंड से नशे के कारोबार में संलिप्त शख्स की गिरफ्तारी के बाद हुआ है। आरोपी के पास से पेंटाजोमिन इंजेक्शन, कॉरेक्स समेत दूसरी नशीली दवाएं भी बरामद हुई हैं। हालांकि, रांची पुलिस से लेकर ड्रग कंट्रोल विभाग दोनों नशे के इस कारोबार पर शिकंजा कसने को लेकर अलर्ट हैं। पुलिस का कहना है नशे का कारोबार किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे करने वालों के खिलाफ छापेमारी चल रही है और सफलताएं भी मिल रही हैं।
दूसरे स्टेट में भी नेटवर्क
पुलिस के अनुसार, यूपी के आगरा से नशीली दवाओं की खेप रांची लाई जाती है। इस कारोबार से जुड़े लोगों का नेटवर्क एक स्टेट से दूसरे स्टेट में है। जहां नशीली दवाईयां स्टॉक की जाती हैं। प्रतिबंध के बावजूद ये लोग बैन मेडिसीन का स्टॉक जमा करने में सफल होते हैं। इन दवाओं को अलग-अलग शहरों में भेजा जाता है, जहां सबसे नीचे के एजेंट इन दवाइयों को ग्राहक तक पहुंचाने का काम करते हैं। पुलिस इस पूरे रैकेट को खंगालने में जुटी है। हाल के दिनों में चोरी, छिनतई और दूसरे मामले में गिरफ्तार अपराधियों ने भी नशे की दवाइयों का सेवन करने को स्वीकार किया है। ऐसे लोग पहले दवाइयों का सेवन कर नशा करते हैं और उसके बाद अपराध की घटनाओं को अंजाम देते हैं। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया था कि शहर में इन दिनों नशेड़ी ओनोरेक्स, आरसी कफ सीरप, कोडीस्टार, आरयू-टफ, लीरिक्स व बायोरेक्स पीकर गांजा पीते हैं। ये सारी नशीली दवाएं कफ सीरप हैं, जिन्हें एक्सपायरी के बाद भी कारोबारी नशेडिय़ों को उपलब्ध कराते हैं।
इंजेक्शन से लेकर टैबलेट तक
इंजेक्शन : फोर्टविन, पेंटविन और नाइकोजोशिन इंजेक्शन है। युवा इंजेक्शन लेकर नशा करते हैं।
टैबलेट : नाइट्रोजन-10, स्पास्मो प्रॉक्सिीवान, मार्फिन और ट्राइका टैबलेट का इस्तेमाल नशे के लिए करते हैं।
कफ सीरप: कॉरेक्स, कोडीस्टार, आरयू-टफ, लीरिक्स व बायोरेक्स कफ सीरप नशे के लिए उपयोग किया जाता है।

पुलिस टीम कर रही छापेमारी
नशीली दवाईयों के कारोबार की सूचना मिलने पर एसएसपी एसके झा के निर्देश पर टीम का गठन किया गया है। ये टीम अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर रही है। सबसे ज्यादा मामले सुखदेव नगर थाने क्षेत्र से सामने आए हैं। एक महीना पहले भी छापेमारी में सुखदेव नगर थाना क्षेत्र से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिन्होंने घर में ही अवैध और नकली दवाएं स्टॉक कर रखी थी। इसके अलावा हटिया, रातू, नगड़ी, नामकुम, चुटिया से भी बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं और इससे जुड़े कारोबारी गिरफ्तार हो चुके हैं। गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ के आधार पर पुलिस छानबीन कर रही है। एसएसपी का कहना है न्यू ईयर को देखते हुए नशीले सामान खपाने वाले लोग सक्रिय हो रहे हैं। पुलिस सब पर नजर बनाए हुए है।

टीम द्वारा ऐसे लोगों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस को मिली सूचना के आधार पर छापेमारी जारी है। नशे का कारोबार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
-एसके झा, एसएसपी, रांची