रांची (ब्यूरो)। सिटी के गली-मोहल्लोंं में युवा और कम उम्र के किशोर भी नशा करते नजर आ रहे हैं। सबसे बड़ी विडंबना यह है कि इसकी लत में बच्चे भी आ रहे हैं। नशे के चंगुल में फंसकर युवा पीढ़ी बर्बाद हो रही है। इस बात की चर्चा अब सोशल मीडिया पर भी होने लगी है। जागरूक लोग अपने इलाके में नशे की रोकथाम को लेकर लगातार आवाज उठा रहे हंै। फेसबुक, ट्वीटर में नशा के खिलाफ आवाज उठाई जा रही है। वहीं नशा के सामान बेचने वालों पर भी कार्रवाई की मांग लोग कर रहे हैं। हिंदपीढ़ी निवासी द्वारा सोशल मीडिया पर आवाज उठाने के बाद रांची पुलिस ने फौरन कार्रवाई की और नशा का सेवन करने वालों को अरेस्ट भी किया।

नशीली दवाओं की खुलेआम बिक्री

नशीले सामानों की बिक्री भी राजधानी में धड़ल्ले से हो रही है। कोरेक्स जैसी प्रतिबंधित दवा भी डॉक्टर प्रेस्क्रिप्शन के बगैर दी जा रही है। सिटी की दवा दुकानों में खुलेआम जहर बिक रहा है। जिंदगी बचाने वाली दवाओं के साथ युवाओं को नशे में धुत्त करने वाली दवाइयां भी बिक रही हैं। खुलेआम युवाओं को चंद रुपए के लालच में दवा दुकानों से इस तरह की दवाएं बेची जा रही हैं, जिनके असर से सेवन करने वाले लड़के घंटों नशे में धुत्त रहते हैं। नींद के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मेडिसीन का सेवन भी युवा नशा करने के लिए करते हैं। जबकि स्वास्थ्य विभाग का स्पष्ट निर्देश है कि इस तरह की दवाएं बिना डॉक्टर प्रेस्क्रिप्शन नहीं बेची जाए, लेकिन कुछ दवा दुकानों के संचालकों द्वारा इस नियम का लगातार उल्लंघन किया जा रहा है। नशीली दवाइयों के अलावा शराब, सिगरेट, गांजा, कोकीन, अफीम, डेंडराइट, स्मैक का भी प्रयोग धडल्ले से हो रहा है। नशा करने की वजह से युवाओं की मानसिक स्थिति भी बिगड़ती जा रही है। क्राइम बढऩे के पीछे भी नशा प्रमुख कारण है।

सप्लायर्स भी हैं एक्टिव

गांजा और चरस की आपूर्ति करने वाले सप्लायर्स भी काफी एक्टिव हैं। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में सप्लायर्स ने अपने ठिकाने बना रखे हैं। पान, तंबाकू, चाय बेचने वालों से लेकर कई स्कूल-कॉलेजों के छात्रों को भी कमीशन के आधार पर ऐसे लोगों ने अपना एजेंट बना लिया है। शहर के युवाओं को नशे की लत लगाने वाले सरगना बस, ट्रेन और प्राइवेट लग्जरी व्हीकल्स से इसकी तस्करी कर रहे हैं। इस कार्य में महिलाएं भी शामिल हैं। इस कारण सरगना तक नशीले पदार्थ की खेप आसानी से पहुंच जाती है। खादगड़ा बस स्टैंड से कई बार ऐसे लोग पुलिस की गिरफ्त में भी आ चुके हैं, लेकिन यह गोरखधंधा बंद नहीं हुआ है। हिंदपीढ़ी, लोअर बाजार, सुखदेव नगर, चुटिया, लालपुर, थाना क्षेत्र में जमकर नशे के सामान बेचे जा रहे हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।