रांची (ब्यूरो) । राजधानी रांची में इन दिनों तेजी से लोगों के घरों में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का काम चल रहा है। लेकिन इस चक्कर में कई लोगों के घरों का बिजली बिल नहीं आ रहा है। बिल नहीं आने के कारण लोग परेशान हैं। आलम यह है कि जहां-जहां स्मार्ट मीटर लगा है, वहां प्रॉपर पंचिंग नहीं होने के कारण दो-तीन माह से न तो रीडिंग हो रही है और न ही बिलिंग। वहीं, जहां स्मार्ट मीटर नहीं लगा है। वहां भी उपभोक्ताओं को बिल नहीं आ रहा है। वे चाहकर भी बिजली बिल का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। इतना ही नहीं, समय पर बिलिंग और रीडिंग नहीं होने से उपभोक्ताओं के साथ इंजीनियर भी परेशान है। अब इस मामले को लेकर बिलिंग एजेंसी, स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनी और जेबीवीएनएल के अफ सर एक-दूसरे पर फेंका-फेंकी कर रहे हैं।

नहीं हो पा रही है पंचिंग

नया स्मार्ट मीटर तो लगाया जा रहा है, मगर जिस गति से मीटर लग रहा है उस गति से जेबीवीएनएल आईटी सेल द्वारा मीटर की पंचिंग नहीं की जा रही है। जब तक पंचिंग नहीं होगी, तब तक बिलिंग और रीडिंग मुश्किल है। इसको लेकर बिलिंग एजेंसी हाथ खड़े कर दे रही है। जानकारी के अनुसार, प्रतिदिन शहर में करीब 1000 स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। मगर मुश्किल से 100 के करीब ही स्मार्ट मीटर की पंचिंग हो पा रही है। अब तक करीब 40 हजार स्मार्ट मीटर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में लगाए जा चुके हैं। लेकिन पंचिंग 10 हजार के करीब ही हो पाई है। इस कारण बिलिंग और ऑन स्पॉट रीडिंग नहीं हो पा रही है। इसकी मुख्य वजह मैन पावर की कमी बताई जा रही है।

3.50 लाख घरों में लगेगा मीटर

झारखंड बिजली वितरण निगम इन दिनों राजधानी रांची में घर-घर स्मार्ट मीटर लगा रहा है। यह कार्य मार्च तक पूरा हो जाएगा। इसके तहत 3.50 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य है। प्रत्येक दिन 1000 स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा पायलट प्रोजेक्ट के तहत 1227 स्मार्ट मीटर को लाइव टेस्टिंग मोड में रखा गया है। वल्र्ड बैंक प्रायोजित इस योजना पर रांची में करीब 2.50 करोड़ खर्च होंगे। नाम के अनुरूप स्मार्ट मीटर काम भी स्मार्टली करेगा।

ऑन स्पॉट बिलिंग भी फेल

रांची शहर या रांची एरिया बोर्ड के अन्य सर्किल जहां पर पुराने मीटर हैं, वहां भी बिलिंग और ऑन स्पॉट रीडिंग की स्थिति अच्छी नहीं है। ऐसे एरिया के कं'यूमर्स को भी सही समय पर और नियमित बिलिंग नहीं हो पा रही है। ऐसे में जेबीवीएनएल का राजस्व कैसे बढ़ेगा, यह अहम सवाल अब भी जेबीवीएनएल प्रबंधन के सामने है। मालूम हो कि रांची और गुमला सर्किल में कंपीटेंट एनर्जी कंपनी ऑन स्पॉट बिलिंग का काम देख रही है, जबकि रांची शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का काम जीनस कंपनी कर रही है।

नियमित ऑन स्पॉट रीडिंग और बिलिंग कराने के लिए एजेंसी और इंजीनियर्स को निर्देश दिया गया है। स्मार्ट मीटर लगने वाले क्षेत्र में पंचिंग समस्या के कारण बिलिंग नहीं हो पा रही है। इसके लिए काम किया जा रहा है।

-प्रभात श्रीवास्तव, जीएम, रांची एरिया बोर्ड