रांची (ब्यूरो)। रांची में इस गर्मी में लोगों को निर्बाध बिजली देने की तैयारी में बिजली वितरण निगम जुट चुका है। उपभोक्ताओं को गर्मी में बिजली की किल्लत का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए कंपनी कंट्रोल रूम, फ्यूज कॉल सेंटर पर अधिक फ ोकस कर रही है। इसके लिए हर जिले के कंट्रोल रूम को अलर्ट मोड में रखा जाएगा। कंपनी की कोशिश है कि बिजली गुल होने की सूचना मिलते ही उस खराबी को अविलंब दुरुस्त कर लिया जाए।

ट्रांसफार्मर जलना बड़ी समस्या

दरअसल, गर्मी के दिनों में बिजली गुल होने की समस्या आम हो जाती है। फ्यूज का उडऩा सामान्य बात है। इसी तरह ओवरलोडिंग के कारण ट्रांसफ ार्मर भी जल जाते हैं। ट्रांसफ ार्मर ठीक रहे तो लो-वोल्टेज की समस्या कायम हो जाती है। रांची के आसपास के इलाकों में लो-वोल्टेज की समस्या सबसे अधिक देखी जाती है। बार-बार ट्रिपिंग की समस्या सामने आती है। ट्रिपिंग से लोगों के विद्युत उपकरण भी खराब होते रहते हैं।

यह तैयारी की जा रही है

- शहर में लगी डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफ ार्मर की क्षमता और उपकरणों के अलावा 200, 100 और 63 केवीए के सभी ट्रांसफ ार्मर के ऑयल की जांच की जाएगी।

- बार-बार फ्यूज कॉल वाले और सबसे अधिक लोड सहने वाले ट्रां्रसफार्मर का सर्वे किया जाएगा।

- अधिक लोड वाले डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर की जांच कर 15 दिन में उसकी क्षमता बढ़ाई जाएगी।

- एक डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर पर 50 से 60 प्रतिशत से अधिक लोड नहीं रखा जाएगा, ताकि खराब ना हो।

- कार्यपालक अभियंता और सहायक अभियंता के बिना शटडाउन नहीं लिया जाएगा।

- तारों से गुजरने वाले पेड़ की टहनियों की छंटाई भी की जाएगी।

हर दिन होगी रिपोर्टिंग

गर्मी में हर दिन बिजली का स्टेटस लिया जाएगा। अधिकारी मुख्यालय को हर दिन रिपोर्ट देंगे कि किस इलाके में कितनी बिजली उपलब्ध हो रही है या कितने देर तक गायब रहती है। बिजली गुल होने के बाद कितनी देर बाद आपूर्ति बहाल हुई, यह आंकड़ा भी इस बार लिया जाएगा। सूचना मिलने के बाद भी अगर अधिक समय तक आपूर्ति व्यवस्था दुरुस्त नहीं हुई तो कंपनी के अधिकारियों पर जवाबदेही तय की जाएगी।