रांची(ब्यूरो)। तमाड़ वन क्षेत्र की डिम्बुजर्दा पंचायत के बोरवाडीह चोगाडीह के एक खेत में ग्यारह हजार वोल्ट तार की चपेट में आने से एक विशालकाय जंगली हाथी की मौत हो गई। घटना गुरुवार देर रात 12 बजे के लगभग की है। विगत कई दिनों से जंगली हाथियों के झुंड ने बोरवाडीह चोगाडीह के आसपास डेरा जमा रखा था। इसी क्रम में गुरुवार की रात तीन हाथियों का झुंड नावाडीह स्थित एक घर का दरवाजा तोड़ क्षति पहुंचाई। देर रात भ्रमण के दौरान एक हाथी डोमन महतो के खेत में धान की फसल खाने के लिए पहुंचा और खेत के बीचोबीच झूल रहे ग्यारह हजार बिजली तार की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई।
8 फीट की ऊंचाई पर तार
बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से बिजली का तार जमीन से महज आठ फीट ऊंचाई पर झूल रहा है। हाथी की मौत की खबर पर आसपास के लोगों ने आकर पूजा अर्चना की। वहीं लोगों ने इसकी सूचना सुबह वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम रेंजर अमरनाथ भगत के नेतृत्व मौके पर पहुंचकर हाथी के शव को कब्जे में ले लिया। शव को कब्जे में लेने के बाद रांची से आए पशु चिकित्सक डॉ सजल और तमाड़ के डॉक्टर राम के द्वारा हाथी के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। हाथी के विशाल दांत को भी निकाल कर वन विभाग के अधिकारियों ने अपने पास रख सुरक्षित लिया है। फिर जेसीबी की मदद से हाथी के शव को दफनाया गया। वहीं खूंटी बन क्षेत्र के उप वन संरक्षक कुलदीप मीणा भी उपस्थित थे।