RANCHI:अगर आप भी रांची रेलवे स्टेशन जा रहे हैं और अचानक से आपकी तबीयत खराब हो जाती है तो टेंशन होती है कि अब इलाज कैसे होगा। लेकिन, अब आपको यह टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। चूंकि रांची रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे एक एंबुलेंस इमरजेंसी में तैनात रहेगी, जिससे की मरीज और घायलों को तत्काल हॉस्पिटल पहुंचाया जा सकेगा। इतना ही नहीं, जरूरत पड़ने पर उसमें प्राइमरी ट्रीटमेंट की भी व्यवस्था की जा रही है, जिससे कि हर हाल में मरीज को इलाज मिल सके। 5 दिसंबर को रांची रेलवे स्टेशन पर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के डीजीएम प्रमोद रंजन ने रेलवे को एंबुलेंस हैंडओवर किया। इस दौरान डीआरएम रांची, डायरेक्टर डीआरडीए, सीनियर डीओएम-सीपीआरओ, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के अधिकारी समेत अन्य मौजूद थे।

आईओसीएल ने कराया उपलब्ध

रांची रेलवे स्टेशन में 24 घंटे एंबुलेंस सर्विस के लिए एंबुलेंस इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने सीएसआर के तहत उपलब्ध कराया है। आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत रांची रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे एंबुलेंस सर्विस उपलब्ध कराने को लेकर रांची जिला प्रशासन और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के बीच 8 जनवरी 2020 को एमओयू साइन किया गया था। लेकिन कोरोना महामारी आने के कारण इसपर ब्रेक लग गया। अब एंबुलेंस के मिल जाने से मरीजों को काफी राहत होगी।

स्टेशन मैनेजर से करना होगा कांटैक्ट

एंबुलेंस सर्विस के लिए मरीजों के परिजनों को पहले रांची स्टेशन के मैनेजर से कांटैक्ट करना होगा, जिससे कि मरीज के रांची आने पर उसे एंबुलेंस उपलब्ध कराई जा सके। इससे मरीज को एंबुलेंस से इलाज के लिए सिटी के हॉस्पिटल्स तक पहुंचा दिया जाएगा। वहीं किसी एक्सीडेंट में अगर कोई पैसेंजर घायल होता है या किसी की तबीयत स्टेशन पर खराब होती है तो उसे भी ट्रीटमेंट के लिए एंबुलेंस से भेजी जाएगी। इसके अलावा रेलवे के 139, 182 नंबर पर कॉल करके भी एंबुलेंस की सर्विस ले सकते हैं।

सिविल सर्जन ऑफिस से होगी मानिटरिंग

एंबुलेंस के संचालन का जिम्मा सिविल सर्जन को दिया गया है। वहीं इसमें रेलवे भी सहयोग करेगा। ऐसे में ड्राइवर, एंबुलेंस के लिए टीम भी उपलब्ध कराने का जिम्मा सिविल सर्जन का होगा, जो 24 घंटे इसकी मानिटरिंग करेंगे। इसे लेकर सिविल सर्जन ने डीसी से बात भी की है। वहीं एंबुलेंस में असिस्टेंस के लिए एक टेक्निशियन को भी रखने की तैयारी है, जिससे कि मरीजों को प्राइमरी ट्रीटमेंट मिल सके।

पहले से हमारी रेलवे की टीम तैनात रहती थी। ऑन कॉल वे लोग मरीजों के लिए हाजिर हो जाते थे। यह सर्विस 24 घंटे मरीजों के लिए होगी। इसमें फायदा यह होगा कि किसी भी समय मरीजों को हॉस्पिटल पहुंचाया जा सकेगा। रेलवे के हेल्पलाइन नंबर से भी एंबुलेंस के लिए बात की जा सकती है।

-नीरज कुमार, एसआर डीओएम-सीपीआरओ, रांची डिवीजन

इसके संचालन का जिम्मा हमें दिया गया है। जिस तरह से मरीजों को बेहतर सर्विस उपलब्ध कराने की तैयारी है वो हमारे लिए भी गर्व की बात है। अब मैनपावर के लिए जिला प्रशासन से बात की जाएगी। इसके बाद मरीजों को हर संभव मदद की जाएगी।

-डॉ वीबी प्रसाद, सिविल सर्जन, रांची