रांची(ब्यूरो)। ठेला-खोमचा वालों से लेकर घर बनाने और दुकानदारों तक को वर्दी का धौंस दिखाकर अवैध वसूली करने वाले रांची नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम पर बड़ी कार्रवाई हुई है। अवैध वसूली की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद नए नगर आयुक्त अमित कुमार ने सख्त रूख अख्तियार करते हुए इंफोर्समेंट टीम के लगभग सभी अधिकार छीन लिये हैं। इनका काम अब सिर्फ गड़बड़ी की सूचना देना रह गया है, जिसके बाद नगर निगम के अफसरों की टीम दोषियों पर कार्रवाई करते हुए जुर्माना वसूलेगी। नगर आयुक्त ने रांची नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम के सभी 30 सदस्यों के अधिकार बेहद सीमित कर दिए हैं।

वसूली गुंडे की थी पहचान

दरअसल, बार-बार इंफोर्समेंट टीम द्वारा अवैध वसूली की शिकायतें आ रही थीं। बीते दिनों चुटिया दुकानदार संघ की ओर से भी थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी। इससे पहले भी कई बार इंफोर्समेंट टीम पर अवैध वसूली के आरोप लगते रहे हैं। लेकिन हर बार नगर निगम आरोपों को अनदेखा करता रहा है। अब नए नगर आयुक्त अमित कुमार ने पदभार ग्रहण करते ही सख्त रूख अख्तियार किया है। बता दें कि राजधानी में नगर निगम के इंफोर्समेंट कर्मियों की पहचान वसूली वाले गुंडा के रूप में बन गई थी। ठेला-खोमचा लगाने वालों से लेकर घर बनाने वाले और दुकानदारों तक को डरा-धमका कर पैसा वसूलना आम बात थी।

अब सिर्फ गड़बड़ी की सूचना देगी

हाईकोर्ट की सख्ती के बाद इंफोर्समेंट टीम पर कार्रवाई हुई है। इंफोर्समेंट कर्मियों की सेवा पर तत्काल रोक लगा दी गई है। साथ ही अब इंफोर्समेंट टीम के सभी अधिकार छीनते हुए जुर्माना वसूलने पर भी रोक लगा दी गई है। टीम के सदस्य नगर निगम को अब सिर्फ गड़बड़ी की सूचना देंगे। सूचना मिलने के बाद नगर निगम के अफसर ऑन स्पॉट जुर्माना वसूलेंगे। इसके लिए निगम के नौ अफसरों को अधिकृत किया गया है।

कांट्रैक्ट भी हुआ खत्म

इंफोर्समेंट टीम का कांट्रैक्ट भी खत्म हो चुका है। बिना एक्सटेंशन ही टीम के सदस्य वसूली का काम कर रहे थे। साथ ही टीम के सदस्यों पर लगे उगाही के आरोपों की भी अब जांच करवाई जाएगी। इसके लिए जांच टीम का गठन कर दिया गया है। आरोपों की जांच के लिए चार सदस्यीय जांच कमिटी का गठन किया गया है। इसमें डीएमसी, हेल्थ ऑफिसर, कार्यालय अधीक्षक और सिटी मैनेजर को शामिल किया गया है। पीडि़त लोगों से मिलकर कमिटी सदस्य सभी पहलुओं की जांच करेंगे और फिर इसकी रिपोर्ट नगर आयुक्त को सौंपी जाएगी। आरोप की सत्यता पाए जाने पर कठोर कार्रवाई भी की जाएगी। टीम पर नक्शा जांच, फूड वैन, अवैध निर्माण, अतिक्रमण आदि के नाम पर उगाही करने का आरोप लग चुका है।

कार्यों की होगी समीक्षा

वहीं टीम के सदस्यों के सभी कामों की समीक्षा भी किए जाने का निर्णय लिया गया है। निगम द्वारा इंफोर्समेंट टीम के सदस्यों के कार्यों की समीक्षा की जाएगी। जिन कर्मियों का काम संतोषजनक नहीं पाया जाएगा, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। वहीं, जिनका परफॉर्मेंस ठीक होगा। उनपर किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं लगा होगा तो निगम में आगे काम करने का अवसर मिलेगा।

खाकी वर्दी में भी नहीं आएंगे नजर

इंफोर्समेंट टीम के सदस्यों की वर्दी को लेकर भी लगातार सवाल उठते रहे हैं। खाकी वर्दी को लेकर पुलिस की ओर से भी आपत्ति दर्ज कराई जा चुकी है। जिसे देखते हुए वर्दी पर भी नगर आयुक्त अमित कुमार ने बड़ा निर्णय लिया है। आने वाले समय में इंफोर्समेंट टीम के सदस्य खाकी वर्दी में नहीं बल्कि नेवी ब्लू रंग की वर्दी में दिखेंगे। इंफोर्समेंट टीम का ड्रेस कोर्ड नेवी ब्लू शर्ट, आरएमसी के लोगों के साथ नेवी ब्लू पैंट, ब्लैक शूज, ब्लैक बेल्ट और बेरेट ब्लैक कैप होगा। वर्दी बदले जाने के बाद न सिर्फ आम नागरिक बल्कि पुलिस को भी राहत मिलेगी। इंफोर्समेंट टीम द्वारा उगाही किए जाने के कारण पुलिस की छवि भी धूमिल हो रही थी।