सच हुआ सपना

गोरखपुर के शैलेंद्र सिंह ने रांची के मेगा स्पोट्र्स कांप्लेक्स के एथलेटिक्स स्टेडियम में ट्यूज्डे को हुए सेकेंड सैफ जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में इन्होंने सभी देशों के प्लेयर्स को पीछे छोड़ते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। इससे पहले शैलेंद्र ने इसी साल हुई जूनियर नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी इसी इवेंट में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।

खेतीबाड़ी करके बनाया मुकाम
शैलेंद्र कोई जॉब नहीं करते। वहीं इनके पिता घनश्याम सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे। उन्होंने इन्हें प्लेयर बनने की प्रेरणा दी। इसी से आगे बढ़ते हुए इस प्लेयर ने ये मुकाम हासिल किया। ये घर का काम करते हुए खेतीबाड़ी में अपने ताउजी का हाथ भी बटाते हैं। शैलेंद्र कहते हैं कि एक अच्छा प्लेयर बनने के लिए अच्छी डायट और टाइम के साथ वर्कआउट जरूरी है। इसके अलावा रेस्ट लेना चाहिए, जिससे प्लेयर को आगे और बढऩे का मौका मिल सके। अगर आपको अपनी टाइमिंग ठीक करनी है, तो अपने कोच के अंडर में प्रैक्टिस करनी चाहिए। शैलेंद्र कहते हैं कि उनका सपना है कि जल्द से जल्द अपने देश के लिए ओलंपिक में मेडल जीतें, जिससे देश का नाम रौशन हो सके।