रांची(ब्यूरो)। धुर्वा डैम के आसपास की जमीन और कैचमेंट एरिया पर कब्जा कर लोगों ने घर बना लिया है। अब सरकार इस डैम को बचाने के लिए कंटीले तारों से घेराबंदी करने जा रही है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा इसका सर्वे कर लिया गया है। पहले फेज में 6 किलोमीटर तक के एरिया में आरसीसी पिलर डालकर वहां कंटीले तारों से घेरा जाएगा। अतिक्रमण से बचाने के लिए पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा इसकी घेराबंदी कराई जाएगी, डैम के चारों तरफ के क्षेत्र को आरसीसी पिलर देकर कंटीले तार से घेरा जाएगा ताकि डैम की जमीन पर किसी तरह का कोई कब्जा ना हो और जमीन दलाल किसी को झांसे में लेकर जमीन ना बेच सकें।

पहले जमीन का होगा सीमांकन

डैम की घेराबंदी से पहले जमीन का सीमांकन करवाया जाएगा। नगड़ी सीओ को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। इसके बाद पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा करीब 33 लाख रुपए की लागत से डैम की घेराबंदी कराई जाएगी। पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल हटिया के कार्यपालक अभियंता सुरेश प्रसाद ने बताया कि सीमांकन नहीं होने से डैम के वास्तविक क्षेत्र का पता नहीं चल रहा है, घेराबंदी होने के बाद डैम का क्षेत्रफल स्पष्ट हो जाएगा। इसके बाद वहां किसी भी तरह का अतिक्रमण नहीं होगा। उन्होंने बताया कि अभी तक 6 किलोमीटर क्षेत्र की घेराबंदी का आकलन किया गया है।

फिर से चलेगा अभियान

धुर्वा डैम की जमीन पर सबसे अधिक अतिक्रमण पतराटोली में है। यहां 70 से अधिक परिवार डैम के कैचमेंट एरिया में बसे हुए हैं। इससे कुछ आगे अवैध झोपडिय़ां भी डैम की जमीन पर बनी हुई हैं, पिछले साल हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की तैयारी शुरू कर की थी पर मामला कोर्ट में चला गया। कोर्ट ने तत्काल स्टे लगा दिया। कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन अभियान चलाने की तैयारी भी कर रहा है।

प्रशासन ने चिन्हित किए 67 घर

धुर्वा स्थित पतराटोली में प्रशासन और निगम ने 67 घरों को अवैध चिह्नित करके रखा है। पिछले साल अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत नगड़ी अंचल अधिकारी, पुलिस और प्रशासन की टीम इसे हटाने गई। उनके वहां पहुंचने से पहले ही स्थानीय लोग विरोध में वहां इक_ा हो गए। जब प्रशासन और पुलिस टीम वहां पहुंची तो भारी संख्या में लोग इक_ा हो गए। लोग हाथों में तख्ती, बैनर और अपने घरों के कागजात और रसीद लेकर सड़कों पर बैठ गए थे।

पिछले साल अतिक्रमण हटाने गई थी टीम

धुर्वा डैम साइड कैचमेंट एरिया पतराटोली में हाइकोर्ट के आदेश के आलोक में पुलिस के लगभग 200 जवान अतिक्रमण हटाने के लिए बालालोंग पतराटोली पुल के पास पहुंचे थे, लेकिन उस समय वहां रह रहे लोगों का विरोध इतना अधिक हो गया था कि प्रशासन की पूरी टीम के वहां पहुंचने के बाद भी लोगों पर कार्यवाही नहीं की जा सकी थी। अब पेयजल स्वच्छता विभाग पहले डैम की जमीन को सुरक्षित करना चाहता है, उसके बाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद जिन लोगों को अवैध रूप से चिन्हित किया गया है, उन पर भी कार्रवाई करेगा।

डैम एरिया का सीमांकन नहीं होने से उसके वास्तविक क्षेत्र का पता नहीं चल रहा है, घेराबंदी होने के बाद डैम का क्षेत्रफल स्पष्ट हो जाएगा। इसके बाद वहां किसी भी तरह का अतिक्रमण नहीं होगा। अब तक 6 किलोमीटर क्षेत्र की घेराबंदी का आकलन किया गया है।

-सुरेश प्रसाद, ईई, पेयजल व स्वच्छता प्रमंडल हटिया, रांची