RANCHI : बोडेया के तिनकोनिया बाजार में एक जनवरी को बीएयू के रिटायर्ड कर्मी कुंवर उरांव की रोड एक्सीडेंट में मौत के बाद हुए बवाल को लेकर एक दर्जन नामजद समेत 350 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इधर, सोमवार को भी स्थानीय लोग सड़क पर उतरे और वाहनों के आवागमन को ठप कर दिया। वे जिला प्रशासन से रोड पर स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग पर अड़े हुए थे। प्रशासन के द्वारा स्पीड ब्रेकर बनाए जाने के बाद लोगों ने जाम तोड़ा।

एक जनवरी की है घटना

रविवार को नए साल के पहले दिन ओरमांझी की ओर जा रही एक कार ने कुंवर उरांव को धक्का मार दिया था, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हो उठे थे। हरवे-हथियार के साथ सैकड़ों लोगों ने जमकर बवाल काटा था। आने-जाने वाली गाडि़यों में भी जमकर तोड़फोड़ की थी। उन्होंने उस गाड़ी को भी पूरी तरह डैमेज कर दिया था, जिससे बुजुर्ग को धक्का लगा था। इतना ही नहीं। उन्होंने तिनकोनिया बाजार से बोड़ेया चौक तक सात-आठ जगहों पर टायर जला व बांस-बल्ली लगा घंटों तक रोड जाम कर दिया था।

तीन घंटे तक मंत्री को रखा था कब्जे में

रामगढ़ की ओर से आ रहे मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी को भी गुस्साए लोगों ने घेर लिया था। उन्होंने करीब तीन घंटे तक मंत्री को अपने कब्जे में रखा था। इस दौैरान मंत्री के वाहन में भी उन्होंने तोड़फोड़ की थी। रविवार की रात करीब 10 बजे ग्रामीणों को समझा बुझा कर पुलिस ने मंत्री को वहां से निकाला था। इधर, मंत्री ने कहा कि उन्हें बंधक नहीं बनाया गया था। जन प्रतिनिधि होने के नाते उनकी बात सुनने के लिए वहां रूका था।