RANCHI:आग लगने की घटनाएं हमेशा से ही चुनौती रही हैं। लेकिन, इन दिनों आग लगने की घटनाएं बढ़ी हैं। पंद्रह दिनों के भीतर ही अगलगी की छह घटनाएं शहर और आसपास में घट चुकी हैं। इससे भी बड़ी समस्या यह है कि बार-बार चेतावनी के बाद भी रांची के लोग इसके प्रति सचेत नहीं हो रहे हैं। रांची में कई संकरी गलियां हैं जहां आग लगने पर भयंकर नुकसान हो सकता है। बुधवार की रात पंडरा बाजार समिति में भयंकर आग लग गयी। लाखों रुपए की संपत्ति जल कर राख हो गई है। इससे पहले भी राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में आग लगने की शिकायतें आ चुकी है। रांची के कुछ बाजारों का 'दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट' की ओर से रियलिटी चेक किया गया, तो पता चला कि यहां आग लगी, तो कुछ भी बचा पाना मुश्किल होगा। चौंकाने वाली बात यह थी कि किसी भी मार्केट में फायर सेफ्टी देखने को भी नहीं मिली। जबकि इन मार्केट में हर दिन सैकड़ों लोगों का आना-जाना रहता है। लाखों रुपए का कारोबार मार्केट में होता है।

शास्त्री मार्केट

शास्त्री मार्केट एक ऐसा मार्केट है, जहां लड़कियों, महिलाओं और बच्चों से संबंधित गारमेंट्स मिलते हैं। करीब 50 वर्षो से यह मार्केट चल रहा है। अल्बर्ट एक्का चौक के समीप इस मार्केट में लगभग दो सौ से अधिक दुकानें है। अधिकतर दुकानों में कपडे़ या कॉस्मेटिक आइटम की बिक्री होती है। इस मार्केट की हालत इतनी जर्जर हो चुकी है कि कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है। शास्त्री मार्केट में पहले भी आग लग चुकी है। यहां आग लगने पर बाल्टी से पानी भर कर आग बुझाया जाता है। क्योंकि न तो यहां फायर सेफ्टी किट लगे हुए हैं और न ही दमकल कर्मियों के लिए मार्केट के भीतर जाने का रास्ता ही है।

डेली मार्केट

डेली मार्केट काफी बड़ा मार्केट है। यहां एक हिस्से में इलेक्ट्रॉनिक आईटम की दुकानें हैं। दूसरे में फल और तीसरे हिस्से में सब्जी बाजार है। डेली मार्केट के फ्रूट मंडी में पहले भी कई बार आग लगने की घटना घट चुकी है। जिसमें लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। इसके बाद भी न तो मंडी के संचालन में जुड़े लोग और न ही विक्रेताओं ने इसे गंभीरता से लिया। इस मार्केट में आज भी पहले जैसी हालत बनी हुई है। आग लगने पर बचाव का कोई साधन यहां उपलब्ध नहीं है, जिससे आग पर काबू पाया जा सके।

डोरंडा बाजार

डोरंडा बाजार की भी ऐसी ही स्थिति है। इस बाजार में कपड़े, जूते, सौंदर्य आईटम, इलेक्ट्रानिक आईटम, फल, सब्जी व अन्य सामानों की दुकानें हैं। जहां हर वक्त लोगों की भीड़ रहती है। डोरंडा बाजार में भी तीन बार आग लगने की घटना घट चुकी है। कई बार दुकानों के सभी सामान जल कर रख हो गए हैं। फिर भी लोगों में कोई बदलाव नहीं आया। दो-चार दिन तक यह चर्चा का विषय बना रहता है। उसके बाद लोग चर्चा भी नहीं करते। डोरंडा बाजार में भी फायर सेफ्टी किट कहीं देखने को नहीं मिली। यहां भी फायर ब्रिगेड की गाड़ी जाने के लिए स्पेस नहीं है। आग लगने पर भयावह स्थिति हो सकती है।

रंगरेज गली

संकरी गलियों में स्थित मार्केट की बात हो और अपर बाजार का जिक्र न हो यह यह संभव नहीं। अपर बाजार की स्थिति पर पहले भी कई बार रिपोर्ट प्रकाशित हुई है। यहां तक की हाई कोर्ट भी इस मार्केट की सुरक्षा को लेकर संज्ञान ले चुका है। फिर भी यहां कोई बदलाव नजर नहीं आ रहा। अपर बाजार में स्थित, रंगरेज गली, सोनार पट्टी, कार्ट सराय रोड, जेजे रोड समेत अन्य कई संकरी गलियों में मार्केट हैं। सबसे खतरनाक स्थिति रंगरेज गली की है। यहां बिजली के उलझे तार भी काफी खतरनाक हैं। गली में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। हर वक्त यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। आग लगने पर यहां बड़ा हादसा हो सकता है।