रांची (ब्यूरो) । राजधानी रांची और आसपास इलाकों में लगातार हो रही आगजनी की घटनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन अब रेस हो गया है। डीसी की ओर से राजधानी में बनी सभी बहुमंजिली इमारतों में फायर फायटिंग सिस्टम की जांच कराने का आदेश दिया गया है। अलग-अलग फेज में यह जांच कराई जाएगी। इसमें हॉस्पिटल, होटल, स्कूल, कॉलेज से लेकर सभी रेसिडेंशियल और कॉर्मशियल अपार्टमेंट की जांच कराई जाएगी। पहले फेज में सिटी के पांच सौ भवनों की जांच करने का निर्णय लिया गया है। डीसी के आदेशानुसार, अग्निशमन विभाग के पदाधिकारियों की कुल पांच टीम बनाई गई हैं। हर टीम में चार-चार लोग रखे गए हैं। सभी टीम को अगले छह माह के अंदर पहले फेज में 500 बहुमंजिला भवन, स्कूल-कॉलेज, होटल-हॉस्पिटल की जांच करने का टास्क दिया गया है।

क्या क्या होगी जांच

इमारतों की जांच के लिए अलग-अलग प्वाइंट तैयार किए गए हैं। इन्हीं बिंदुओं के आधार पर फायर सेफ्टी सिस्टम की जांच कराई जाएगी। बिल्डिंग में फायर सेफ्टी के उपाय हैं या नहीं, जहां उपाय किए गए हैं, वे एक्टिव हैं या नहीं, कितने उपकरण खराब है, कौन से एक्सपायर हो चुके हैं, आग लगने की स्थिति में वहां से निकलने के क्या-क्या साधन हैं, इन सभी बिंदुओं पर जांच होगी। जांच में फिट नहीं बैठने वाले बिल्डिंग ओनर पर नियम संगत कार्रवाई की जाएगी। फायर सेफ्टी के अलावा संबंधित भवनों के नक्शे की भी जांच कराने का निर्णय लिया गया है। नगर निगम से बगैर नक्शा पास कराए भवन मालिकों पर अवैध निर्माण का केस दर्ज करके उनपर कार्रवाई की जाएगी।

अपर बाजार ज्यादा भयावह

शहर के बीच में स्थित अपर बाजार की स्थिति सबसे भयावह है। घनी आबादी के बीच 10 से 15 फीट की सड़क पर खुली दुकानों में किसी तरह की अप्रिय घटना होती है तो उसे संभालना मुश्किल होगा। कई बार अपर बाजार की दुकानों में आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। लोगों को खुद से ही यहां आग पर काबू पाना पड़ता है। क्योंकि अपर बाजार की गलियां इतनी ज्यादा संकरी हैं कि घटनास्थल तक फायर बिग्रेड की गाड़ी नहीं पहुंच पाती है। यदि कुछ स्थानों तक पहुंचती भी है तो जाम के कारण काफी लेट हो जाता है।

लगातार आगलगी की बढ़ीं घटनाएं

हाल के दिनों में सिटी के कई इलाकों में आगजनी की घटनाएं लगातार हो रही हैं। कुछ दिनों पहले ही कोकर इलाके में बड़ी घटना हुई, कोई हताहत तो नहीं हुआ लेकिन करीब डेढ़ करोड़ की संपत्ति जलकर नष्ट जरूर हो गई। जिस भवन में आग लगी वहां आग बुझाने का कोई इंतजाम नहीं था। सिर्फ प्राइवेट ही नहीं बल्कि गवर्नमेंट बिल्डिंग में भी आग बुझाने के पुख्ता इंतजाम नहीं है। शनिवार को रातू थाना में रखे वाहनों में आग लग गई। इस आग में तीन कार जलकर नष्ट हो गईं। आग बुझाने की व्यवस्था नहीं होने की वजह से पुलिस कर्मियों ने बालू और बाल्टी से पानी फेंक कर आग पर काबू पाने का प्रयास किया। बीते महीने कांके के गोंदा थाना क्षेत्र में निर्माणाधीन अर्बन हाट में आग लगी, जिसमें सैकड़ों पाइप जल गईं। इसके अलावा बीते हफ्ते ही अनगड़ा में स्थित पानी टंकी की फैक्ट्री में आग लग गई थी, जहां लाखों रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ था। वहीं रांची के मेन रोड स्थित चर्च काम्पलेक्स में लगातार दो बार आग लग चुकी है।

लगातार हो रही आगजनी की घटनाओं को देखते हुए सिटी में फायर सेफ्टी की ऑडिट कराने का निर्णय लिया गया है। सभी बहुमंजिली इमारतों में फायर सेफ्टी की जांच कराई जाएगी।

-राहुल कुमार सिन्हा, डीसी, रांची