रांची (ब्यूरो)।राजधानी रांची में जमीन की समस्या गंभीर बनी हुई है। कोई अपनी ही जमीन वापस पाने के लिए परेशान है, तो कोई किसी और की जमीन हथियाने की योजना बनाता रहता है। आये दिन सिटी के अलग-अलग इलाकों से जमीन पर रंगबाजी की खबरें आती ही रहती हैं। ताजा मामला जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र स्थित हेसाग का है, जहां सोमवार की देर रात एक मकान और दुकान के बाहर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार यहां 16 राउंड गोलियां चली हैं, जिससे घर की दीवार को पार करता हुआ एक बुलेट अंदर रखे टीवी पर भी जा लगा है। घर पर नासिर अंसारी, उनकी पत्नी और छोटी बच्ची सो रहे थे। ईश्वर की कृपा से कोई हताहत नहीं हुआ। लेकन इस वारदात से नासिर का पूरा परिवार समेत आसपास के लोग भी दहशत में हैं। जगन्नाथपुर थाना की मानें तो रात के करीब एक बजे यह फायरिंग हुई है, जिसमें कुछ लोग टू व्हीलर से आते हैं और ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर देते हैं। हेसाग में बीते साल जमीन विवाद को लेकर अलाउद्दीन को मौत के घाट उतार दिया गया था।

पलंग के नीचे छिपकर बचाई जान

पीडि़त परिवार ने बताया कि रात साढ़े बारह बजे अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई देने लगी। गोली की आवाज से नींद खुली तो उसके बाद भी आठ से दस राउंड गोलियां चलती रहीं। कमरे के अंदर ही पूरा परिवार सो रहा था। गोली की आवाज सुनकर सभी ने पलंग के नीचे छिपकर अपनी-अपनी जान बचाई। नासिर अंसारी ने बताया कि एक साल पहले जमीन विवाद में ही अलाउद्दीन अंसारी की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद भी यह विवाद थमा नहीं है। हमेशा जमीन को लेकर मारपीट और जान से मारने की धमकी दी जाती है। नासिर की पत्नी ने बताया कि बेडरूम में 6 राउंड फायरिंग हुई, जिससे खिड़की और दीवारों में छेद हो गया है।

सिटी में ज्यादातर मामले जमीन विवाद के

अपराधी बेलगाम हो चुके हैं। आये दिन मारपीट और मर्डर को अंजाम दे रहे हैं। ज्यादातर हत्याएं जमीन विवाद में ही हो रही हैं। एक दिन पहले ही पिठोरिया थाना क्षेत्र में जमीन विवाद में दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई, जिसमे पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं एक फरवरी को करमटोली में भी जमीन विवाद को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए। पुलिस के बीच बचाव से मामले को सुलझाया गया। यहां तक कि बीते 27 जनवरी को हाई सिक्योरिटी जोन में दिनदहाड़े ताबड़तोड़ गोलीबारी कर गैंगस्टर कालू लामा को मौत के घाट उतार दिया गया। इस हमले के पीछे भी जमीन विवाद ही प्रमुख वजह था। रांची पुलिस ने कालू लामा हत्याकांड का खुलासा करते हुए जमीन विवाद बताया है। इसके अलावा मांडर के टांगरवसली, रातू में जमीन विवाद को लेकर मारपीट और गोलियां भी चल चुकी हैं। हादसा होने के बाद पुलिस पहुंचती तो है लेकिन मामले की लीपापोती कर वहां से निकल जाती है। हेसाग में जिस जमीन के लिए बीती रात गोलीबारी हुई है, उसी 73 डिसमिल जमीन के लिए पिछले साल पुलिस के सामने ही अलाउद्दीन अंसारी नामक व्यक्ति पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला किया गया। अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में ही उनकी मौत हो गई थी। अब एक बार फिर से यह विवाद गरमा गया है।

माफियाओं की लिस्ट बना रही पुलिस

राजधानी रांची में लगातार जमीन विवाद सामने आ रहे हैं। जमीन माफिया आम आदमी तो छोडि़ए नेता, मंत्री और अधिकारियों की भी जमीन नहीं छोड़ रहे हैं। हाल के दिनों में कई जमीन मालिकों को माफिया द्वारा धमकी भी दी गई है, जिसके बाद पुलिस जमीन कारोबारियों को सुरक्षा देने और जमीन माफियाओं के ऊपर नकेल कसने के लिए कई तरह के प्रयास शुरू कर रही है। इस प्रयास के तहत सबसे पहले जमीन माफिया के इशारे पर आतंक फैलाने वाले अपराधियों पर नजर रखने और सभी जमीन माफियाओं की लिस्ट तैयार करने का आदेश डीजीपी की ओर से दिया गया है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने भी सभी थाना प्रभारियों के साथ बैठक कर अपराधियों और जमीन का कारोबार करने वालों की सूची तैयार करने को कहा है। एक साल के अंदर जमीन कारोबार के संबंध में किसी भी तरह की घटना को अंजाम देने वाले वैसे अपराधी जो जेल से बाहर निकल आए हैं, उनका पूरा डाटा भी पुलिस तैयार कर रही है।

जमीन माफियाओं पर नकेल कसने की तैयारी है। जमीन का अवैध कारोबार करने वाले पुलिस की हिटलिस्ट में हैं। हेसाग मामले में भी पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। जल्द ही आरोपी पकड़े जाएंगे।

- एसके झा, एएसपी, रांची