आई एक्सक्लूसिव

फ्लैग: तीन दिनों तक हाजत में रखा, नहीं मिला सबूत, परिवार ने अपनाने से किया इनकार

-घर से भाग कर गैंग में शामिल हो गई थी सुमन तिर्की

-एटीएस की टीम ढूंढ रही है सुमन तिर्की के परिजनों को

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RANCHI(4 April): तीन दिनों तक हाजत में रखा। नहीं मिला कोई सबूत। इधर, परिजनों ने बेटी को अपनाने से किया इनकार। अब पुलिस के पास यह समस्या खड़ी हो गई है कि वो उक्त युवती को कहां पहुंचाए। मामला डोरंडा कॉलेज के छात्र प्रीतम मुंडा पर फायरिंग से जुड़ा है। मामले में पुलिस ने शक के आधार पर खूंटी से सुमन तिर्की नामक युवती को हिरासत में लिया था। लेकिन, उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिलने के बाद पुलिस के समक्ष सवाल खड़े हो गए हैं कि वो अब सुमन तिर्की को कहां पहुंचाए। क्योंकि सुमन तिर्की के परिजनों ने उसे अपनाने से इनकार कर दिया है। बुधवार को एटीएस की टीम ने सुमन तिर्की कहां जाएगी, किस जगह पर रहेगी, इसके लिए वरीय अधिकारियों से बातचीत की।

परिजनों ने अपनाने से किया इनकार

सुमन तिर्की को जब पुलिस बिस्किट फैक्टरी से मोबाइल लोकेशन के आधार पर ट्रेस की तो उसकी कहानी कुछ और निकली। उसके मां-बाप ने बताया कि पिछले साल 2017 में सुमन तिर्की की शादी डालटनगंज में तय हुई थी। लेकिन, जब शादी का समय निश्चित हो गया तो सुमन तिर्की अपने गांव से भाग गई। उसके गर्भ में बच्चा भी था। किसी तरह उसे गर्भ से छुटकारा दिलाया गया। तब उसके माता-पिता ने अपनी छोटी बेटी की शादी वहां कर अपनी इज्जत बचाई थी। इस घटना के बाद ग्रामीणों ने बदनामी के डर से पूरे परिवार से कहा कि सुमन तिर्की को घर से निकाल दो। सुमन को उसके परिवार के लोगों ने नहीं, रांची में रह रहे उसके रिश्तेदारों ने भी रखने से मना कर दिया है।

बदमाश गैंग से जुड़ गई थी सुमन

घर से निकाले जाने के बाद वह प्रीतम मुंडा के भी संपर्क में थी। प्रीतम मुंडा ने उसे कुछ दिनों के लिए अपने पास रखा था, उसके बाद वह खुद तुपुदाना के बिस्किट फैक्टरी में काम पकड़ ली थी। वहीं पर रहकर अपनी जीविका चलाती थी। पुलिस को प्रीतम मुंडा के पास से एक मोबाइल मिला था, जिसमें सुमन का नंबर मौजूद था। पुलिस ने उसी आधार पर उसे हिरासत में लिया तो पूरी कहानी सामने आ गई। परिजनों ने बताया कि वह बदमाश गैंग से जुड़ गई थी। गैंग के सदस्यों ने ही सुमन के साथ धोखा देने के मामले में प्रीतम मुंडा पर गोली चलवाई थी।

फायरिंग के दिन मोबाइल पर कहा-काम हो गया

घटना के दिन सुमन के मोबाइल पर एक कॉल आया था। कॉलर ने सुमन से कहा था कि उसका काम हो गया है। पुलिस को आशंका है कि सुमन तिर्की के गैंग ने ही प्रीतम मुंडा को गोली मारी है।

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महिला प्रोवेशन होम के लिए कोर्ट से अनुमति जरूरी

एटीएस की टीम सुमन को महिला प्रोवेशन होम भेजने की तैयारी में है। लेकिन, यहां पुलिस को एक अड़चन सामने आ रही है कि बगैर कोर्ट की अनुमति के किसी को भी महिला प्रोवेशन होम में रखने पर पाबंदी है।

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12 मार्च को मारी गइर् थी गोली

मुरहू के सांडी गांव का रहनेवाला प्रीतम तुपुदाना के एंसलरी चौक के पास किराए के मकान में रहकर पढ़ाई करता है। उसके बड़े भाई दिल्ली सीआइएसएफ में पोस्टेड हैं। दो अन्य भाई बसारगढ़ में साथ रहकर पढ़ाई करते हैं। मामले में प्रीतम मुंडा ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि वह एक सप्ताह से हुलहुंडू मैदान में क्रिकेट खेलने जाता था। 12 मार्च रविवार की शाम पांच बजे प्रीतम क्रिकेट खेल कर आ रहा था। उसी वक्त एक बाइक पर सवार तीन युवक वहां आए और उससे मोबाइल व पर्स मांगा। जब वह मोबाइल उसे देने लगा तो उन तीनों युवकों ने उसे गोली मार दी। इसके बाद तीनों फरार हो गए। गोली लगने के बाद उसने अपने दोस्त अनमोल को फोन किया कि उसे गोली मार दी गई है।