रांची (ब्यूरो): मंगलवार की सुबह उसे हरमू में सहजानंद चौक के पास अपराधियों ने गोली मार दी। 2005 से 2022 तक सुषमा बड़ाईक के दोस्त कम, दुश्मन ज्यादा बने। नटराजन पर यौन शोषण का आरोप लगाने के बाद से लेकर अब तक विभिन्न मुकदमों में अदालतों की खाक छान रही सुषमा बड़ाईक को कभी अपने पक्ष में फैसला सुनने को नहीं मिला। सुषमा के परिजन अब भगवान से प्रार्थना कर रहे हैैं कि उसे मौत के खिलाफ जंग में जीत मिल जाए, ताकि उसके तीन बच्चों की परवरिश में अड़चन न आए।

मिली थी जान से मारने की धमकी

सुषमा की बड़ी बहन माया बड़ाईक ने बताया कि सुषमा के जान के पीछे के कई लोग पड़े हैं। हमेशा उसे जान से मारने की धमकी मिलती रही है। कभी फोन पर तो कभी रास्ते में रोक कर डराया-धमकाया गया। माया ने बताया कि छह महीने पहले भी सुषमा को जान से मारने का प्रयास किया गया था। मारने का प्रयास करने वाले ने खुद ही नटराजन द्वारा भेजे जाने की बात स्वीकार की थी। इसके अलावा दानिश रिजवान और नीरज सिन्हा की ओर से भी मारने की धमकी दी गई थी। माया ने बताया कि दो हफ्ते पहले ही नीरज की ओर से उसे पूरे परिवार को मारने की धमकी दी गई थी।

17 साल से परेशान है परिवार

सुषमा बड़ाईक ने कई लोगों पर यौन शोषण का आरोप लगा रखा है। साल 2005 में यह नाम उस वक्त सबसे पहले सामने आया जब उसने आईजी के पद पर रहे आईपीएस पीएस नटराजन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। दो अगस्त 2005 को लोअर बाजार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। यह केस 12 साल तक चला। 2012 में नटराजन की नौकरी चली गई। साल 2017 में नटराजन को आरोपों से मुक्त करते हुए बरी कर दिया गया। इस रिहाई के बाद पीडि़ता ने कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए अपील याचिका दायर की थी। इसके अलावा दानिश रिजवान, नीरज सिन्हा और दूसरे लोगों पर भी सुषमा ने दुष्कर्म, दुष्कर्म का प्रयास, यौन शोषण और छेड़छाड़ का आरोप लगा रखा है। सुषमा की बहन कहती है कि इन सभी मामलों के कारण बीते 17 सालों से सुषमा और पूरा परिवार परेशानी झेल रहा है। सोसायटी में हम लोगों को अच्छी नजर से नहीं देखा जाता है। कोई महिला शौक से अपने बलात्कार की बात नहीं कहती। हमलोगों को रेंट में घर नहीं दिया जाता। कहीं नौकरी मांगने जाते हैं, तो कोई नौकरी नहीं देता।

तीन बच्चे हैं सुषमा के

सुषमा बड़ाईक के तीन बच्चे हैं। दो बेटा और एक बेटी। बड़ा बेटा मनीष 22 साल का है, वह पढ़ाई करता है और प्राइवेट नौकरी करता है। बेटी ईशा 14 साल और बेटा सोनू नौ साल का है। सुषमा की बहन माया ने बताया कि दानिश रिजवान ने जब सुषमा का बलात्कार किया था उस दौरान सुषमा गर्भवती हो गई थी। सोनू दानिश का ही बेटा है। इसलिए दानिश के पास भी सुषमा को मारने की वजह है। माया ने बताया कि जिस वक्त नटराजन का केस चल रहा था। उसी समय दानिश रिजवान नामक शख्स से सुषमा को प्रोटेक्शन देने के बहाने अपने घर ले गया, जहां उसने उसके साथ गलत किया।

सुषमा को दिया गया था बॉडीगार्ड

सुषमा बडाईक को जान खतरा देखते हुए बॉडीगार्ड दिया गया था। तीन बॉडीगार्ड थे। एक बॉडीगार्ड दिन में सुषमा के साथ रहता था, एक लेडी बॉडीगार्ड रात में रहती थी और एक बॉडीगार्ड सुषमा की बेटी को भी दिया गया था। जब सुषमा पर हमला हुआ उस वक्त उसके साथ एक बॉडीगार्ड था। गोली उसे छूकर निकल गई। हालांकि, उसका भी इलाज अस्पताल में चल रहा है। लोअर बाजार थाना क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास के तहत सुषमा को एक मकान मिला है। वहीं वह अपने बच्चों के पास रहती है। हालांकि, कुछ दिनों पहले मिली धमकी के बाद वह हरमू रोड स्थित एलआईजी में अपनी बहन और पिता के पास रहने चली गई थी।

सीसीटीवी फूटेज खंगाल रही पुलिस

अरगोड़ा थाना क्षेत्र स्थित सहजानंद रोड के समीप मंगलवार को सुबह साढ़े नौ बजे सुषमा पर फायरिंग की गई। हटिया के डीएसपी राजा मित्रा ने बताया कि पुलिस सीसीटीवी के फुटेज खंगाल रही है। अपराधियों की पहचान हो गई है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। डीएसपी ने बताया कि बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने सुषमा पर पीछे से फायरिंग कर दी। गोली लगने के बाद सुषमा गिर गयी। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। रिम्स में प्राथमिक उपचार के बाद उसे मेडिका रेफर कर दिया गया।