-:आई स्पेशल-- स्लग: 8 सालों से बनकर तैयार मेसो अस्पतालों को चालू करने की कवायद -कल्याण विभाग ने प्राइवेट एजेंसियों से मांगा प्रस्ताव ranchi@inext.co.in RANCHI (30 Nov): राज्य के ट्राइबल एरियाज में पिछले आठ सालों से बनकर तैयार पांच मेसो अस्पतालों को चालू करने की कवायद तेज हो गई है। इन अस्पतालों के संचालन के लिए कल्याण विभाग की ओर से जल्द ही टेंडर निकलने वाला है। इसके लिए प्राइवेट एजेंसियों से प्रस्ताव मांगा गया है। प्रत्येक भ्0 बेड की क्षमता वाले इन अस्पतालों से राज्य के लोगों को इलाज में बड़ी सहूलियत मिलेगी। इन अस्पतालों में जांच से लेकर तमाम तरह के इलाज होगा। गौरतलब हो कि राज्यभर में क्ब् मेसो अस्पतालों के संचालन का निर्णय ख्00फ् में हुआ था और नौ अस्पतालों का ही संचालन गैर सरकारी संस्थाओं, ट्रस्ट या किसी निजी अस्पताल के जरिए वर्ष ख्009 से हो रहा है। जो अस्पताल शुरू होने वाले हैं, इनमें मेसो अस्पताल मननचोटाग लातेहार, बानो सिमडेगा, बदाईचिरू चाईबासा, नागफेनी गुमला व मेसो अस्पताल लोडोडीह चक्रधरपुर शामिल हैं। इन्हें पीपीपी मोड पर संचालन के लिए देने की तैयारी है। फ्री में होगा इलाज कल्याण विभाग की ओर से निर्मित इन अस्पतालों में हर तरह की सुविधा उपलब्ध होगी। जांच कराने से लेकर हर तरह का इलाज किया जाएगा। यहां इलाज कराने वाले लोगों को फ्री में इलाज कराने की सुविधा उपलब्ध होगी। गौरतलब हो कि मेसो अस्पताल के संचालकों को राज्य सरकार हर साल करीब डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपए का भुगतान करती है। गरीबों को फ्री ट्रीटमेंट सुविधा उपलब्ध कराने वाले ये अस्पताल भ्0-भ्0 बेड के हैं। इन अस्पतालों को डिलीवरी सहित फ ‌र्स्ट रेफ रल यूनिट की सुविधा देनी है। बॉक्स पहले स्वास्थ विभाग को चलाना था अस्पताल राज्य के जनजातीय इलाके के इन पांचों मेसो अस्पतालों का संचालन पहले खुद राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग को करना था। लेकिन कल्याण विभाग के अधिकारियों के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग के पास डॉक्टरों व मानव संसाधन की कमी है। ऐसे में विभाग मेसो अस्पतालों के संचालन नहीं कर पा रहा है। इसलिए प्राइवेट एजेंसी से इनका संचालन करवाने की तैयारी है।