रांची (ब्यूरो) । राजधानी रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट और रांची रेलवे स्टेशन पर कहीं बाहर से आने वाले पैसेंजर्स को हर दिन ऑटो वालों के साथ बहस करनी पड़ रही है। ऑटो वाले यहां पैसेंजर के साथ जबर्दस्ती करते हैं। अपने ऑटो में बैठाने के लिए खींचतान करते हैं। झारखंड राज्य गठन हुए दो दशक से ज्यादा समय हो गया, लेकिन दूसरे शहरों से रांची आने वाले पैसेंजर्स को ऑटो वालों की मनमानी का डर आज भी सताता रहता है। एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर पुलिस भी रहती है, लेकिन कभी भी इनको रोका नहीं जाता है। इस कारण उनका दुस्साहस बढ़ता जाता है।

पैसेंजर के लिए व्यवस्था नहीं

रांची एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पहुंचने वाले लोगों को कहीं जाने के लिए कोई स्पेशल व्यवस्था नहीं है। मजबूरी में पैसेंजर को ऑटो वालों के साथ जाना पड़ता है, जबकि दूसरे राज्यों में एयरपोर्ट से पैसेंजर को उनके स्थान पर पहुंचाने के लिए स्पेशल अरेंजमेंट किया जाता है। एयरपोर्ट पर बेहतर टैक्सी की व्यवस्था नहीं होने से दूसरे शहरों से आने वाले यात्रियों को परेशानी हो रही है।

रोड पर ऑटो पार्क

रांची रेलवे स्टेशन के पास प्रतिदिन ट्रैफिक जाम से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। स्टेशन पहुंचने के बाद भी यात्री को प्लेटफ ॉर्म तक पहुंचने में काफी समय लग जाता है। सुबह, दोपहर और शाम के वक्त करीब 100 की संख्या में ऑटो चालक बीच रोड पर ही ऑटो लगा देते हैं, जिस कारण ओवरब्रिज और सिरमटोली की ओर से आने वाले यात्री स्टेशन पहुंचने के बाद भी फं से रहते हैं। कारों की लाइन लंबी लग जाती है और ट्रैफिक कंजक्शन की वजह से यात्रियों को दौड़ कर ट्रेन पकडऩी पड़ती है।

स्टेशन पर भारी भीड़

रांची रेलवे स्टेशन पर जबरदस्त भीड़ रहती है। करीब 70 हजार यात्री प्रतिदिन आवागमन कर रहे हैं। इस वजह से स्टेशन से लेकर स्टेशन के बाहर तक जबरदस्त भीड़ लगी रहती है। स्टेशन पहुंचने वाले यात्री के परिजन अपने पर्सनल वाहन से छोडऩे आते हैं। इस वजह से भी कारों की लाइन लग जाती है। उसमें ऑटो वाले और भीड़ लगाते हैं। यात्री को बैठाने के चक्कर में बीच रोड पर ही ऑटो लगा देते हैं। ऑटो वालों की मनमानी से सभी लोग परेशान हैं।

एयरपोर्ट पर शहर की बदनामी

रांची एयरपोर्ट पर भी हर दिन अलग अलग शहरों के लिए आठ से दस हजार पैसेंजर सफर करते हैं। इनमें से बहुत सारे लोग अपनी प्राइवेट कार से आते हैं, लेकिन अधिकतर लोग टैक्सी और ऑटो का सहारा लेते हैं। ऑटो वालों की मनमानी के कारण दूसरे शहरों से आने वाले पैसेंजर को परेशानी होती है। इससे अपने शहर का नाम भी खराब होता है।

प्रीपेड टैक्सी वालों को नुकसान

यात्रियों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है। इससे जहां यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है वहीं एयरपोर्ट पर प्रीपेड टैक्सी जिन लोगों ने लगाई उस कंपनी को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। लेकिन प्राइवेट कंपनी के टैक्सी ड्राइवरों द्वारा कोई भी रेट तय नहीं किया गया है, वो मनमाने तरीके से पैसा लेते हैं। प्राइवेट कंपनी ने एयरपोर्ट के साथ एमओयू किया है, पैसेंजर को लाने ले जाने का किराया भी तय है। एयरपोर्ट से यात्रियों को लेकर गंतव्य तक छोडऩे के लिए एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया ने एमओयू किया है। उसी की टैक्सी एयरपोर्ट परिसर से यात्रियों को ले जाकर उनके मंजिल तक छोड़ सकती है। लेकिन ऑटो वालों का अपना नियम चलता है। सवारी को घेर लेते हैं।

बंद होगी ऑटो की एंट्री

रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर अब ऑटो की एंट्री बंद होगी। इस संबंध में एयरपोर्ट प्रबंधन ने आदेश जारी कर दिया है, जिसके अनुसार एयरपोर्ट की पार्किंग में ऑटो की एंट्री नहीं होगी। अब सिर्फ पैसेंजर लाने वाले ऑटो ही टर्मिनल में एंट्री कर पाएंगे और वहां से सीधे आउट हो जाएंगे। पार्किंग में खड़े होकर पैसेंजर ले जाने की सुविधा खत्म कर दी जाएगी। अब ऑटो वालों को टर्मिनल के बाहर ही पैसेंजर का इंतजार करना होगा। एयरपोर्ट के अंदर पैसेंजर को लेकर ऑटो वाले अक्सर लड़ाई करते रहते हैं। इससे पैसेंजर्स को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।