रांची : झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती का निधन गुरुवार को 64 वर्ष की उम्र में हो गया। उनका जन्म 19 मार्च 1956 में रांची में हुआ था। 1980 में आइएएस में उनका चयन हुआ। विभिन्न पदों पर होते हुए वे राज्य के मुख्य सचिव के पद तक पहुंचे। 30 मई 2014 से 30 दिसबंर 2016 तक सजल झारखंड के मुख्य सचिव रहे और अपनी कार्यशैली व व्यवहार से आम लोगों के बीच काफी लोकप्रिय भी हुए। 2016 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से सेवानिवृत्त सजल चक्रवर्ती मूल रूप से रांची के ही रहने वाले थे और इन्हें शहर के कोने-कोने की जानकारी थी। यही कारण था कि भारतीय प्रशासनिक सेवा में रहने के दौरान और मुख्य सचिव होते हुए भी उन्होंने आम जनता से सीधे संपर्क बनाए रखा था। उनका सहज स्वभाव लोगों को खूब भाता था। मुख्य सचिव के पद पर रहते हुए उन्होंने देर रात थानों और अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर खलबली मचा दी थी।

चारा घोटाला मामले में थे आरोपी

चारा घोटाले से संबद्ध चाईबासा कोषागार से निकासी के मामले में भी सजल चक्रवर्ती आरोपी थी। उन्होंने सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शंभूलाल साव की अदालत में आत्मसमर्पण किया था। इसके बाद एक-एक लाख रुपये का बेल बांड भी उन्होंने भरा था। सजल फिलहाल बेल पर बाहर थे।

सीएम हेमंत सोरेन ने जताया शोक

प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सजल चक्रवर्ती के निधन पर ट्वीट कर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा है कि पूर्व मुख्य सचिव के निधन की सूचना दुखद है। परमात्मा उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें तथा परिवार को दुख की यह घड़ी सहन करने की शक्ति दे।

कभी कंधे पर बंदर तो कभी गोद में पिल्ला

पूर्व मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती की जानवरों से लगाव की यह महज बानगी ही थी कि एक आइएएस अफसर होने के बावजूद वे कभी बंदर को कंधे पर बिठाकर घूम जाते थे तो कभी उनकी गोद में पिल्ले हुआ करते थे। चक्रवर्ती खाने-पीने के भी खासा शौकीन थे।

जमशेदपुर में था ससुराल

सजल चक्रवर्ती का ससुराल जमशेदपुर में था। उनकी दो शादियां हुई थी, जिसमें पहली पत्नी रीना मुखर्जी कागलनगर-सोनारी की निवासी थीं। चक्रवर्ती जमशेदपुर में एसडीओ रहे, फिर पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त बने। पूर्वी सिंहभूम जिले के धालभूमगढ़ प्रखंड में आमाडुबी को पर्यटन ग्राम बनाने में उनका अहम योगदान था। हालांकि उनका पारिवारिक जीवन बहुत सुखद नहीं था।

अर्जुन मुंडा व बाबूलाल ने जताया शोक

पूर्व मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती के असमय निधन पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी और प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश सहित पार्टी के तमाम नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सजल चक्रवर्ती एक और ¨जदादिल पदाधिकारी थे। वे झारखंड की बेहतरी के लिए सतत प्रयत्नशील रहे। मुख्यसचिव पद पर रहते हुए भी इनका सीधे लोगों से जुड़ाव रहा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि सजल चक्रवर्ती मिलनसार इंसान थे।