रांची(ब्यूरो)।भारतीय मूल की अमेरिकी डॉ गीता गुप्ता झारखंड के सुदूरवर्ती गांवों सोनाहातू और खूंटी में रोजाना 50 से ज्यादा मरीजों का इलाज कर रही हैं, जहां बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं हैं। एसबीयू के वीसी प्रो। गोपाल पाठक ने डॉ गीता गुप्ता के कार्यों की सराहना की। शुभकामनाएं दी हैं।

रांची में जन्मी व पली-बढ़ी

रांची में जन्मी और पली-बढ़ी डॉ गुप्ता पति डॉ अविनाश गुप्ता और दो भारतीय अमेरिकी डॉक्टरों दिनेश और रत्न रंजन के साथ 2019 से बिहार व झारखंड के रूरल एरिया में प्राण-बजाना चैरिटेबल मेडिकल क्लीनिक चला रही हैं। डॉ। गुप्ता के साथ मई के दूसरे सप्ताह में अमेरिका के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ। अविनाश गुप्ता भी शामिल होंगे। डॉ। अविनाश गुप्ता ने भी बजाना के माध्यम से इन क्लीनिकों के लिए धन जुटाया।

साल में 4 बार भारत का दौरा

डॉ। गुप्ता कहती हैं कि मुझे अपनी मातृभूमि के लोगों की सेवा करने से ज्यादा खुशी और कुछ में नहीं मिलती। जिन औषधालयों या स्थानीय स्कूलों के भवनों में डॉ। गुप्ता अपने रोगियों की देखभाल करती हैं, उनमें कहीं-कहीं शौचालय या पीने के पानी की भी सुविधा नहीं होती है। लेकिन 69 वर्षीया डॉक्टर बेफिक्र हैं और गरीबों की मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके द्वारा मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया जाता है। गंभीर मरीजों को जिला व अन्य अस्पतालों में रेफर कर दिया जाता है। वह मेडिकल कैंप लगाने के लिए साल में चार बार भारत का दौरा करती हैं, जिन्हें बिहार झारखंड एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका द्वारा सपोर्ट किया जाता है।