रांची(ब्यूरो)। माहेश्वरी महिला समिति रांची की ओर से 6 अप्रैल को लक्ष्मी नारायण मंदिर सभाकर में गणगौर सिंधारा का आयोजन किया जा रहा है। इसमें मारवाड़ी समाज की महिलाएं, युवतियों को सोलह श्रृंगार करके आना है। अगर कोई अपने घर से गणगौर लाना चाहे तो ला सकते है। इस दौरान डांस परफॉर्मेंस, बेस्ट ड्रेस अप, हौज़ी के साथ अन्य कई तरह के कार्यक्रम किए जाएंगे। इस गणगौर सिंधारा में भाग लेने के लिए पहले से महिला समिति सदस्य से पास लेकर आयोजन का आनन्द लिया जा सकता है।
क्या है परंपरा
बता दें कि होलिका दहन के दूसरे दिन सौभाग्य दायिनी मां गौरी का पूजन, जिसे मारवाड़ी समाज गणगौर पूजन कहते हैं, बहुत ही श्रद्धा-भाव से किया जाता है। कुंवारी लड़कियां एवं नव विवाहित महिलाएं लगातार 16 दिन पूजा कर कुंवारी कन्या मुरली मनोहर सा वर की कामना करती है और सुहागन स्त्रियां अटल सुहाग की कामना करती हैं। होलिका के राख से पिंडलिया बनाकर दुबली घास से पूजा की जाती है फिर होली के सात या आठ दिन बाद मां शीतला की पूजा कर शाम से गौरा संग ईश्वर जी, बहन रोवा, भाई कनीराम, मालन कि मूर्ति रूप में पूजा अर्चना की जाती है।