रांची : नरकोपी थाना क्षेत्र में एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। गुरुवार की शाम चचेरे भाई के साथ शिवरात्रि मेला देखकर पैदल घर लौट रही नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। घटना गुरुवार की शाम छह बजे की है। चिगली जंगल के पास नरकोपी के ही शंभू यादव और कृष्णा लोहरा ने जबरन नाबालिग को बाइक पर बैठा लिया। उसके भाई ने रोकने की कोशिश की, लेकिन वह असफल रहा। दोनों नाबालिग को नौदी जंगल ले गए। वहां बारी-बारी से दुष्कर्म किया। यही नहीं, आरोपितों ने अपने दोस्तों चंद्रदेव उरांव व बबलू लोहरा को भी बुला लिया। उन दोनों ने भी नाबालिग के साथ छेड़छाड़ की।

भाग निकले युवक

नाबालिग के जोर-जोर से चीखने-चिल्लाने पर चारों युवक वहां से भाग निकले। जाते-जाते आरोपितों ने धमकी दी कि घटना के बारे में किसी को कुछ बताया तो जान से मार देंगे। शुक्रवार की सुबह नाबालिग जैसे-तैसे अपने घर पहुंची। डरी सहमी होने के कारण पीडि़ता कुछ भी नहीं बता पा रही थी। काफी पूछताछ के बाद उसने स्वजनों को पूरी कहानी बताई। इसके बाद नरकोपी पुलिस थाने में आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपितों शंभू यादव और कृष्णा लोहरा को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, उनके दोनों साथी फरार हैं।

खदेड़ कर नाबालिग को पकड़ा

जानकारी के अनुसार घटना को अंजाम देने वाले चारों आरोपित नरकोपी थाना क्षेत्र के सिसैय गांव के ही रहने वाले हैं। पुलिस को दिए बयान में पीडि़ता ने कहा कि दोनों भाई-बहन पैदल आ रहे थे। संध्या होने के कारण रास्ते में कम लोग थे। पीछे से कृष्णा और शंभू आए। नाबालिग को रोकने की कोशिश की। जब डर कर भागने लगी तो युवकों ने दौड़ा कर पकड़ लिया। फिर घसीटते हुए बाइक पर बैठा लिया। कृष्णा बाइक चला रहा था और शंभू ने उसे पीछे से पकड़ रखा था।