रांची: तमाड़ थाना क्षेत्र के तड़ाई गांव की एक लगभग 16 वर्षीया लड़की का अपहरण शुक्रवार की सुबह लगभग सात बजे तीन नकाबपोश अपराधियों ने दिनदिहाड़े कर लिया। तड़ाई गांव के राजेंद्र मांझी की बेटी का अपहरण उस समय किया गया, जब वह अपने घर से ट्यूशन पढ़ने के लिए निकली थी। बाद में लड़की के साथ तीनों अपराधियों को रामगढ़ की भुरकुंडा पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके बाद उन्हें बुंडू पुलिस लेकर आई। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने तड़ाई गांव के समीप रांची-टाटा मार्ग को लगभग चार बजे जाम कर दिया। बाद में पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद जाम लगभग सवा छह बजे खुला। जाम के दौरान सड़क के दोनों ओर लगभग पांच किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लग गई।

ट्यूशन के लिए निकली थी

जानकारी के अनुसार किशोरी शुक्रवार की सुबह लगभग सात बजे अपने घर से ट्यूशन जाने के लिए निकली थी। घर से निकलने के बाद जैसे वह फोरलेन पर आई उसकी अन्य सहेलियां भी उसके साथ हो गई। वह उन्हीं के साथ ट्यूशन पढ़ने के लिए जा रही थी। तभी इंडिगो कार से आए तीनों नकाबपोश अपराधियों ने उसका अपहरण कर लिया। तत्काल इसकी सूचना लड़की की सहेलियों ने उसके स्वजनों को दी। स्वजनों ने तमाड़ थाने की पुलिस को इसकी जानकारी दी और लड़की को खोज निकालने की गुहार लगाई।

पुलिस ने खदेड़ा

बताया जाता है कि अपहरण रडगांव के दूसरे समुदाय के युवकों ने किया है। इधर, ग्रामीणों को जब यह सूचना मिली कि अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, तो तो वे लगभग चार बजे सड़क पर उतर गए। ग्रामीण अपराधियों और लड़की को सौंपने की मांग करने लगे। ग्रामीणों को समझा रहे तमाड़ थानाप्रभारी चंद्रशेखर आजाद से ग्रामीणों की झड़प भी हुई। पुलिस ने ग्रामीणों को खदेड़ा, पर वे कुछ समय बाद फिर आकर सड़क पर जम गए। वे दोनों को सौंपने की मांग करने लगे। बाद में बुंडू डीएसपी अजय कुमार, तमाड़ थाना प्रभारी, बीडीओ राहुल कुमार सहित अन्य अधिकारियों के समझाने पर ग्रामीणों ने लगभग सवा छह बजे जाम हटाया।

तमाड़ थाने में लाए गए अपहर्ता और किशोरी

बुंडू डीएसपी कार्यालय से लड़की और उसके अपहरणकर्ताओं को तमाड़ थाना लाया गया है। वहां उनसे पूछताछ की जा रही है। तमाड़ थाना प्रभारी चंद्रशेखर आजाद ने बताया कि पूछताछ के बाद ही पता चलेगा कि अपहरण है या प्रेम प्रसंग का मामला। वहीं, कुछ लोग इसे प्रेम प्रसंग का मामला मान रहे हैं।

पांच किमी तक लगी वाहनों की लंबी कतार

जाम के दौरान रांची-टाटा मार्ग पर पांच किमी तक सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी रही। इस दौरान लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। खासकर बच्चों को। जाम खुलने के बाद सभी ने राहत की सांस ली। हालांकि, जाम के दौरान कई बार स्थिति बिगड़ती हुई दिखी, पर बुद्धिजीवियों और पुलिसकर्मियों ने स्थिति संभाल ली।