रांची(ब्यूरो)। हरमू रोड में एक बार फिर फ्लाईओवर बनने की प्रक्रिया शुरू हो रही है। रघुवर दास शासन में भी इस सड़क पर फ्लाईओवर बनाने का प्रस्ताव तैयार हुआ था। जमीन अधिग्रहण को लेकर हुए विवाद के बाद योजना ठंढे बस्ते में चली गई थी। अब एक बार फिर फ्लाईओवर की सुगबुगाहट तेज हुई है। हरमू रोड फ्लाईओवर तैयार होता है, तो रांची की यातायात व्यवस्था काफी सुगम हो जाएगी। रातू रोड चौराहे से हरमू की ओर जाने वाली सड़क पर इस फ्लाई ओवर का निर्माण किया जाना है। करीब साढ़े चार किमी लंबा बनने वाला फ्लाईओवर थ्री लेन का होगा। रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट के ओर से कंसल्टेंट की नियुक्ति की गई है, जिसे डीपीआर तैयार करने की जिम्मेवारी दी गई है। प्राइवेट कंपनी स्पर्श डीपीआर तैयार कर रही है। करीब 750 करोड़ खर्च का अनुमान लगाया गया है।

दो साल में तैयार होगा फ्लाईओवर

सब कुछ सही रहा तो जल्द ही फ्लाईओवर का निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। शिलान्यास के समय से अगले दो साल में इस फ्लाईओवर को तैयार कर लिया जाएगा। प्रस्तावित फ्लाईओवर रातू रोड में बननेवाले 'एलिवेटेड रोडÓ के ऊपर से गुजरेगा। पूर्व में हरमू फ्लाईओवर के लिए बनायी जा रही योजना में रातू रोड फ्लाईओवर की वजह से ही फंस रहा था। अब एलिवेटेड रोड बनने से इस फ्लाईओवर में समस्या नहीं होगी। डीपीआर में इसका हल निकाल लिया गया है। बताया गया कि प्रस्तावित फ्लाईओवर का इस्तेमाल कांके रोड की ओर से हरमू जानेवाले वाहन कर सकेंगे। सूचना भवन (एसीबी दफ्तर) के पास से वाहन इस फ्लाईओवर पर चढ़ेंगे और सीधे हरमू चौक के आगे उतरेंगे।

नई टेक्नोलॉजी से होगा निर्माण

प्रस्तावित फ्लाईओवर का निर्माण कार्य न्यू टेक्नोलॉजी की मदद से किया जाएगा। इसमें विश्वस्तरीय तकनीकी का इस्तेमाल किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक कंक्रीट के पिलर पर स्टील का फ्रेम दिया जाएगा। ताकि इसकी लाइफ ज्यादा दिनों तक रह सके। फ्लाईओवर निर्माण में आधुनिक मशीनों का भी इस्तेमाल होगा, जिससे कम समय में निर्माण पूरा हो सके। सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण बात यह है कि हरमू रोड में बनने वाले फ्लाई ओवर के लिए इस बार जमीन अधिग्रहण की जरूरत नहीं होगी। इससे निर्माण में भी किसी प्रकार की अड़चन नहीं आएगी।

विभागों में तालमेल जरूरी

फ्लाईओवर निर्माण में खुद सरकार के अलग-अलग विभाग ही रुकावट पैदा कर सकते हैैं। जहां एक ओर रोड कंस्ट्रक्शन डिपार्टमेंट फ्लाईओवर बनाने की तैयारी कर रहा है, तो वहीं दूसरी ओर जुड़को इसी सड़क पर फुट ओवरब्रिज बनाने की तैयारी में जुटा है। किशोरगंज चौक के समीप बनने वाले फूट ओवरब्रिज के लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि जिस रूट में फ्लाईओवर बनेगा, उसी रूट में फुट ओवरब्रिज का निर्माण कैसे किया जाएगा। किशोरगंज चौक पर फुट ओवरब्रिज बनाने के लिए 4.60 करोड़ रुपए का डीपीआर बनाया गया है। इसके अलावा सिटी के अन्य चार स्थानों पर भी फुट ओवरब्रिज बनाने की योजना है। जिसके लिए करीब 30 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

तीन फ्लाईओवर का शुरू हो चुका है निर्माण

राजधानी बनने के 22 वर्षों बाद सिटी में तीन फ्लाईओवर का निर्माण कार्य एक साथ शुरू हुआ है। हालांकि, इसमें एक कांटाटोली फ्लाईओवर का काम बीते दस सालों से चल रहा है। रांची में इन तीन फ्लाईओवर के निर्माण से काफी हद तक ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। वहीं हरमू रोड में बनने वाले फ्लाईओवर निर्माण के बाद यात्रा और अधिक सुगम होगी। फिलहाल सिटी की हालत काफी खराब है। हर दिन शहर जाम से कराह रहा है। सभी सड़कों पर जाम की समस्या झेलनी पड़ रही है। निर्माण कार्य होने से जाम की समस्या पहले से ज्यादा बढी है। इसके अलावा सिटी में आय दिन होने वाले धरना, प्रदर्शन, आंदोलन भी जाम को बढ़ावा दे रहे है। शहर को जाम मुक्त करने की प्रशासन और यातायात विभाग के सभी उपाय धरे के धरे रह जा रहे है। समय पर और ईमानदारी से काम पूरा होने पर आने वाले दिनों में राजधानी वासियों को इसका फायदा जरुर मिलेगा।

हरमू रोड में बनने वाला डबल डेकर फ्लाईओवर प्रक्रियाधीन है, इसका डीपीआर तैयार हो रहा है। जल्द ही इस पर सकारात्मक निर्णय लिए जाएंगे।

-इसराइल मंसूरी, ईई, पथ प्रमंडल रांची