रांची (ब्यूरो)। राजधानी रांची के आसपास इलाकों में एक बार फिर से हाईटेंशन तारों की चोरी का मामला बढ़ा है। बीते हफ्ते भर में नगड़ी, इटकी से लाखों रुपए के तार चोरी के मामले सामने आए हैं। इलेक्ट्रिक पोल में लगे हाईटेंशन तार को काट कर ले जाते हैं चोर, इसे औने-पौने दाम में कबाड़ी वालों के हाथों बेच देते हैं। बीते हफ्ते इटकी सबस्टेशन के मारो पटवन फीडर के 14 खंभों में लगे 11 हजार व एलटी के तीनो फेज के तार चोरी हो गए। वहीं कुछ दिनों पहले नगड़ी थाना क्षेत्र के पांडू गांव के पास चोरों ने बिजली का हाईटेंशन तार चुरा लिया।

सरकारी संपत्ति पर चोरों की नजर

चोरों की नजर सरकारी प्रोपर्टी पर भी होती है। मौका मिलते ही चोर सरकारी संपत्ति पर हाथ साफ कर देते है। सरकारी कार्यालय से लेकर पब्लिक टॉयलेट तक सामानों की चोरी की खबरे आए दिन आते रहते है। कुछ दिनों पहले डीआई पाइप चोरी करने का भी मामला प्रकाश में आया था। इन्हीं तार चोरी की चोरी भी शामिल है। चोर लगातार हाइटेंशन तारों पर अपनी नजर बनाए रखते हैं। जहां मौका मिला इसे लेकर पार हो जाते हैं। विशेष कर रांची के आस-पास के इलाके से हाईटेंशन तार की चोरी का मामला ज्यादा रहता है।

कबाडख़ानों, लॉजिस्टिक गोदामों में

हाईटेंशन तार ज्यादातर लॉजिस्टिक गोदाम एवं कबाडख़ानों में खपाये जाते हैं। चोरों की सेंटिंग इन गोदामों और कबाड़ी दुकान संचालकों से रहती है। कबाड़ी वाले चोरों से ये तार औने-पौने दाम में खरीद लेते हैं, जिसे बाद में ग्राहकों को सेकेंड हैंड तार बता कर मार्केट से आधे दाम में बेच दिया जाता है। वहीं, कबाड़ी वाले अल्युमिनियम से बर्तन बनाने वालों को भी ये तार बेचते हैं, जो अल्युमिनियम बाजार में 240 से 260 रुपए प्रति किलोग्राम बिकता है, उसे गोदाम और कबाड़ीवाले 60 से 70 रुपए केजी के भाव में चोरों से खरीदते हैं और सेकेंड हैंड बताकर ग्राहकों को 90 से 100 रुपए केजी में बेच देते हैं। इस गिरोह में तार कटिंग करने वालों से लेकर उसे खपाने और ट्रांसपोर्टर तक शामिल होते हैं।

तार चोरी में सक्रिय है गिरोह

हाईटेंशन तार की चोरी में एक बड़ा नेटवर्क एक्टिव है। खासकर ये लोग बुढ़मू, नामकुम, इटकी, बेड़ो जैसे रूरल एरिया में तार की चोरी करते हैं। चोरी किए गए तार सिटी के अलग-अलग इलाकों में डंप किए जाते हैं। ट्रांसपोर्टर के माध्यम से उसे विभिन्न स्थानों पर खपा दिया जाता है। हाल ही में लातेहार थाना क्षेत्र से ही बड़ी मात्रा में हाईटेंशन तार की चोरी की खबर सामने आई थीं। इससे पहले अरगोड़ा थाना क्षेत्र से पुलिस ने दस क्विंटल चोरी का हाईटेंशन तार बरामद किया था। कार्रवाई के बाद भी इस तरह के मामलों में कोई कमी नहीं आई है। कंपनियों द्वारा पावर प्लांट तो लगा दिया जाता है लेकिन उसमें करंट प्रवाहित नहीं होने का फायदा चोर उठाते हैं। जानकार बताते हैं कि चोरी के इन तारों को रांची के अलावा कानपुर और दिल्ली में भी खपाया जाता है।