रांची(ब्यूरो)। हटिया रेलवे स्टेशन पर इन दिनों पार्किंग को लेकर एक अनोखा खेल चल रहा है। पार्किंग के ठेकेदार रेलवे को चूना लगा रहे हैं। गाडिय़ों की संख्या कम दिखाकर एक ही टिकट पर कई बार गाडिय़ों की पार्किंग की जा रही है। इस रेलवे स्टेशन पर ओला, ऊबर सहित कई टैक्सी गाडिय़ों के लिए पार्किंग बनाई गई है, जहां से उनको हर दिन पार्किंग चार्ज देना है, लेकिन यहां जिस ठेकेदार ने पार्किंग ली है उसके स्टाफ द्वारा गाड़ी लगाने वाले लोगों से बिना टिकट दिए आधा पैसा लेकर गाड़ी छोड़ दी जा रही है।

टिकट का डिटेल नहीं देना

ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि रेलवे को यह नहीं बताना पड़े कि एक दिन में कितनी गाडिय़ों को पार्किंग में लगाया गया है। जो पार्किंग का रीसिप्ट होता है वह गाड़ी वालों को दिया नहीं जाता है, वहां गाड़ी लगाने वाले लोग भी खुश रहते हैं कि उनके आधे पैसे में ही पार्किंग लगाने को मिल जाता है, वह ठेकेदार का रीसिप्ट लेकर ही क्या करेंगे। ठेकेदार के स्टाफ को भी बहुत अधिक टिकट नहीं दिखाना पड़ता है, इससे ठेकेदार की पॉकेट तो भर रही है लेकिन रेलवे को चूना लग रहा है।

अवैध वसूली भी

हटिया रेलवे स्टेशन पर पार्किंग चार्ज भी अधिक लिया जाता है। रांची स्टेशन पर ऑटो वालों से 24 घंटे का 30 रुपए लिया जाता है, जबकि हटिया स्टेशन पर इन्हें इतने ही घंटे का 60 रुपए देना पड़ता है, वहीं सवारी वाली गाडिय़ों से 200 रुपए से लेकर 300 रुपए तक वसूला जाता है। प्रत्येक ट्रीप पर 35 रुपए एक ऑटो चालक से लिया जाता है। ऑटो चालकों का कहना है कि मनमाने ढंग से वसूले जा रहे हैं पार्किंग शुल्क की वजह से ही बहुत सारे लोगों ने हटिया स्टेशन जाना बंद कर दिया है।

मनोज पांडे है वहां का ठेकेदार

हटिया रेलवे स्टेशन पर पार्किंग का ठेका मनोज पांडे नामक व्यक्ति का है। उसके स्टाफ द्वारा वाहन पार्किंग का पैसा वसूला जाता है, ठेकेदार के स्टाफ द्वारा मनमाने ढंग से पार्क में पैसा भी वसूला जाता है। टू व्हीलर के लिए प्रति 2 घंटा 12 रुपए और कार के लिए 35 रुपए पार्किंग शुल्क लगता है। एक ऑटो चालक ने कहा कि हम लोगों से मनमाना पार्किंग शुल्क वसूला जा रहा है। रांची स्टेशन पर 24 घंटे के लिए जितना पैसा लिया जाता है, उससे अधिक पैसा यहां के ठेकेदार द्वारा वसूला जाता है।

नहीं लगाया गया है रेट चार्ज

हटिया रेलवे स्टेशन के पार्किंग में रेट चार्ज भी नहीं लगाया गया है। पार्किंग वसूलने वाले ठेकेदार के स्टाफ द्वारा भी पूछने पर यह नहीं बताया गया कि कहां पर रेट चार्ज लगाया गया है। यह इसलिए किया जाता है ताकि मनमाने ढंग से अधिक पैसा लिया जा सके।

नहीं होती कार्रवाई

हटिया रेलवे स्टेशन परिसर में टू व्हीलर और फ ोर व्हीलर के लिए पार्किंग है। पार्किंग में खड़े वाहन वैध हैं, जबकि पार्किंग से बाहर खड़े वाहन अवैध हैं। अवैध वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार आरपीएफ व जीआरपी स्टाफ को है, लेकिन दोनों ही सर्कुलेटिंग एरिया में कहीं दिखाई नहीं देते हैं। इससे स्टेशन परिसर में अवैध रूप से वाहन खड़े करने वालों की संख्या बढ़ रही है। अवैध वाहनों में सबसे ज्यादा दुपहिया वाहन हैं, जिनका जमावड़ा अंदर सीढिय़ों के पास पीपल के पेड़ के नीचे रहता है। जहां कतार में और आड़े-तिरछे खड़े दुपहिया वाहनों के कारण यात्रियों की आवाजाही में दिक्कत होती है। कई बार तो यात्रियों की ट्रेन भी निकल जाती है।

कहीं भी लगा देते हैं गाड़ी

पार्किंग के ठीक सामने अवैध पार्किंग है, जहां आस-पास के लोगों और यात्रियों के मनमाने ढंग से अपने फोर व्हीलर वाहन खड़े रहते हैं। कुछ लोगों ने स्वयं द्वारा और स्वयं की सुविधा के लिए बनाई अवैध पार्किंग में रोजाना 10-15 फ ोर व्हीलर वाहन खड़े रहते हैं, जिसका वे शुल्क भी नहीं देते हैं। फ ोर व्हीलर का पार्किंग शुल्क आम और यात्री दोनों ही पार्किंग शुल्क देने के बचने के लिए अवैध रूप से अपने वाहनों को सर्कुलेटिंग एरिया में पार्क करके चले जाते हैं।