रांची (ब्यूरो) । शहर के बीचोबीच सड़क किनारे बिल्डिंग मैटेरियल गिरा कर छोड़ दिया गया है, बिल्डिंग मैटेरियल के ठेकेदार कॉलोनी वालों की परेशानियों की परवाह किए बगैर अपनी मनमर्जी से सामान वहां उतार रहे हैं। कोकर से रिम्स जाने वाले रास्ते में साधु मैदान के पास, चेशायर होम, बरियातू, हरमू रोड से लेकर सिटी के कई प्रमुख इलाकों में ऑन रोड बिल्डिंग मैटेरियल की दुकानें सज गई हैं। ईंट, गिट्टी, बालू से लेकर सरिया तक का व्यापार खुलेआम रोड पर हो रहा है।

प्रशासन मौन है

राजधानी रांची में जिला प्रशासन और रांची नगर निगम रिहायशी इलाकों में रहने वाले लोगों की परेशानियों का निदान नहीं कर रहा है। रिहायशी इलाकों में रात भर बड़ी गाडिय़ां बालू, गिट्टी और ईंट लेकर पहुंच रही हैं। रात 12 बजने के बाद से इन बड़ी गाडिय़ों का शहर के बीचोबीच पॉश कॉलोनियों में पहुंचना शुरू होता है, जो हर रात के तीन-चार बजे तक हार्न और आवाज से लोग परेशान रहते हैं। हालत यह है कि लोगों ने कई बार रांची नगर निगम और जिला प्रशासन को इस बारे में शिकायत की है। इसके बावजूद प्रशासन कभी भी इस पर ध्यान नहीं दे रहा है।

सालों से चल रहा धंधा

शहर के बीचोबीच सड़क किनारे बिल्डिंग मैटेरियल गिरा कर छोड़ दिया गया है, बिल्डिंग मैटेरियल के ठेकेदार कॉलोनी वालों की परेशानियों की परवाह किए बगैर अपनी मनमर्जी से सामान वहां उतार रहे हैं। यह नई बात नहीं है, कई सालों से शहर के बीच में बिल्डिंग मैटेरियल डंप किया जा रहा है, लेकिन प्रशासन हमेशा इस पर मौन रहता है।

इन इलाकों में हो रहा डंप

कोकर से रिम्स जाने वाले रास्ते में साधु मैदान के पास, चेशायर होम, बरियातू, हरमू रोड से लेकर सिटी के कई प्रमुख इलाकों में ऑन रोड बिल्डिंग मैटेरियल की दुकानें सज गई हैं। ईट, गिट्टी, बालू से लेकर सरिया तक का व्यापार खुलेआम रोड पर हो रहा है। इससे अक्सर ट्रैफिक जाम में लोग फंस रहे हैं। इन सबके बावजूद प्रशासनिक अधिकारी आंखें मूंद कर बैठे हैं। यह हाल तब है जबकि रोड पर बिल्डिंग मैटेरियल रखने वालों पर रांची नगर निगम की ओर कार्रवाई की बात कही गई है। फाइन वसूलने है। लेकिन, यहां तो रोड पर बिल्डिंग मैटेरियल न सिर्फ रखा जा रहा है, बल्कि पूरा बाजार ही लगा हुआ है। क्या ये सब रांची नगर निगम के अधिकारियों को दिखाई नहीं देता है।

सड़क का एनक्रोचमेंट

गल्ली-मुहल्लों के बीच में बिल्डिंग मैटेरियल रखे जाने के कारण पूरी सड़क अतिक्रमित हो जाती है। वहीं दूसरी तरफ सड़क पर बालू, गिट्टी रखने से पीक आवर में जाम की स्थिति बनती है। इससे आये दिन इन जगहों पर लोग गिर कर दुर्घटना के शिकार भी हो रहे हैं।

नगर निगम टास्क फोर्स सिर्फ दिखावा

रांची नगर निगम ने इसके लिए टास्क फोर्स का गठन किया है। इस तरह के अतिक्रमण हटाने के लिए स्पेशल टॉस्क फोर्स है। इसके बाद सभी वार्ड में जरूरत के अनुसार, मानव बल उपलब्ध कराया गया है। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कई जगहों पर स्थिति ऐसी है कि लोग ना केवल निजी उपयोग के लिए सड़कों पर बिल्डिंग मैटेरियल रखते हैं, बल्कि बकायदा सड़क पर ही दुकान खोल रखी है।

आधी रात को आती हैं गाडिय़ां

रात के 12 बजे जब लोगों के सोने का समय होता है, उस समय बालू, ईंट लेकर गाडिय़ां पहुंचनी शुरू होती हैं। कोकर रोड का हाल यह है कि रात के 12 बजे से सुबह के नौ बजे तक गाडिय़ां सामान लेकर पहुंचती हैं। आसपास रहने वाले लोग रात में गाडिय़ों की आवाज से परेशान रहते हैं। आसपास के लोगों ने कई बार निगम को शिकायत भी की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।