फ्लैग- 2015 में 13.04 लाख स्टूडेंट्स ने कराया था रजिस्ट्रेशन, 2018 में 11.05 लाख

- इंजीनियरिंग फील्ड में सैचुरेशन व कम प्लेसमेंट होना इसकी है बड़ी वजह

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RANCHI (9 छ्वड्डठ्ठ) जेईई मेन के लिए ऑनलाइन आवेदन करनेवाले स्टूडेंटस की संख्या भले ही बढ़ी हो पर इसके लिए रजिस्ट्रेशन कराने वाले स्टूडेंट की संख्या साल दर साल घट रही है। आंकड़ों के अनुसार - वर्ष 2015 में 13.04 लाख स्टूडेंट ने जेईई मेन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था, वहीं 2018 में यह संख्या घटकर 11.05 लाख रह गई। इसकी वजह इंजीनियरिंग के क्षेत्र में हाल के वर्षो में सैचुरेशन, कम प्लेसमेंट व अन्य फील्ड में रोजगार का बेहतर विकल्प मिलना शामिल है।

कम हो रहा प्लेसमेंट

विद्यार्थियों की घटती संख्या के बाबत गुरुनानक हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल डॉ मनोहर लाल ने बताया कि हाल के वर्षो में इंजीनियरिंग के प्रति स्टूडेंटस के रुझान में कमी आयी है। इसकी वजह इंजीनियरिंग फील्ड में सेचुरेशन और इंजीनियरिंग कॉलेजों में कम होता प्लेसमेंट है। अब इंजीनियरिंग और मेडिकल के अलावा स्टूडेंट के पास करियर ऑप्शंस कई हैं। कई स्टूडेंट बैंकिंग, आर्किटेक्चर, बीबीए-बीसीए जैसे कोर्स कर रहे हैं। ऐसा में घटता रुझान इसकी बड़ी वजह हो सकती है।

मिलते हैं मात्र दो अटेंप्ट

हिनू स्थित द इंडीविजुअल कोचिंग सेंटर के डायरेक्टर डॉ अमित कुमार ने बताया कि जेइइ मेन में दो बार ही स्टूडेंट अटेंप्ट कर सकते हैं। इसलिए स्टूडेंट बहुत सोच-समझकर ये परीक्षा देते हैं। सीबीएसई का बारहवीं एग्जाम कई बार अप्रैल तक खींच जाता है इसलिए स्टूडेंट के पास इसकी तैयारी के लिए समय नहीं बचता। इसके अलावा ऑनलाइन परीक्षा देने का अनुभव नहीं होना भी स्टूडेंट के कम होने की वजह हो सकती है.सायकोग्राफिक सोसायटी के डायरेक्टर विकास कुमार ने बताया कि जेइइ मेन के लिए ऑनलाइन एप्लीकेशन बढ़ने की वजह एडवांस की परीक्षा भी ऑनलाइन होना है। स्टूडेंट को भी 11 वीं से ही ऑनलाइन परीक्षा देने की तैयारी करनी चाहिए। इससे उनका अनुभव बढ़ेगा।

बॉक्स का मैटर

वर्ष रजिस्ट्रेशन करानेवाले स्टूडेंट

2018 - 11.05 लाख

2017 - 11.86 लाख

2016 - 11.94 लाख

2015 - 13.04 लाख

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ऐसे बढ़ा ऑनलाइन एप्लीकेशन

2018 - 2.25 लाख

2017 - 1.8 लाख

- इंजीनियरिंग के क्षेत्र में हाल के वर्षो में सैचुरेशन आया है। वहीं रोजगार के कई क्षेत्र सामने आये हैं। इंजीनियरिंग कॉलेजों में कम होते प्लेसमेंट से भी युवा करियर के अन्य अवसरों को आजमा रहे हैं। जेइइ मेन में रजिस्ट्रेशन कम होने का यह बड़ा कारण है।