रांची (ब्यूरो) । राजधानी रांची में ना मर्डर रुकने का नाम ले रहा है और ना ही सभी हत्याकांड का खुलासा पुलिस कर पा रही है। आलम यह है कि हर दूसरे दिन यहां किसी न किसी इलाके में बड़ा कांड हो ही जा रहा है। पुलिस एक ओर समीक्षा बैठक और रणनीति तैयार करती रह जाती है, दूसरी ओर अपराधी अपना काम करके फरार हो जाते हैं। कई चर्चित मामले हैं जो सालों से लंबित पड़े हैं। पुलिस इन मामलों के निष्पादन का दावा तो करती है, लेकिन अपराधियों तक नहीं पहुंच पातीं। इन्हीं में एक मामला है जमीन कारोबारी धवन राम हत्याकांड का भी है, जिसमें अब तक ना हत्यारा मिला है और ना ही हत्या का मकसद पता चल पाया है। बरियातू थाना क्षेत्र स्थित एदलहातू में टीओपी के पास बीते साल 23 नवंबर को जमीन कारोबारी धवन राम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के 100 दिन बीत चुके हैं। लेकिन संदिग्धों की धर-पकड़ और उनसे पूछताछ के अलावा पुलिस कुछ खास नहीं कर सकी है।

कालू लामा गैंग से पूछताछ

धवन राम मर्डर केस में पुलिस ने गैंगस्टर कालू लामा गिरोह के कुछ लोगों को हिरासत में लिया था। लेकिन उनसे भी कुछ खास नहीं उगलवा सकी है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस इन्वेस्टिगेशन कर रही है। फिलहाल पुलिस कोई ठोस नतीजे तक नहीं पहुंच सकी है। इस मामले में पुलिस का कहना है कि अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस कांड में कौन शामिल था।

क्रिमिनल्स के निशाने पर जमीन कारोबारी

राजधानी रांची में अपराध के ज्यादातर मामले जमीन कारोबारियों के साथ ही हो रहे हैं। हत्याएं भी जमीन कारोबारियों की ज्यादा हुई हैं। धवन राम भी जमीन कारोबारी था। इसी महीने नामकुम के टाटीसिलवे में अनिल कुमार उर्फ कल्लू यादव की हत्या गोली मारकर की गई थी। बरियातू के रहने वाले लोगों ने बताया कि इलाके में लगातार घटनाएं हो रही है और पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है। चोरी, लूट, छिनतई तो हर दिन की कहानी हो गई है। लेकिन पुलिस सिर्फ हाथ पर हाथ धरे बैठी है। वरीय अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई। इसके बाद भी पुलिस सक्रिय नहीं होती है। बरियातू थाना क्षेत्र के हर इलाके में अपराधी सक्रिय है।

आक्रोशित लोगों ने घेरा था थाना, डीएसपी के आश्वासन पर माने

धवन राम की हत्या के बाद एदलहातू में रहने वाले लोगों ने बरियातू थाने का घेराव भी किया था। लोगों का कहना है कि इस हत्याकांड का खुलासा नहीं हुआ तो लोग फिर से बरियातू थाना का घेराव करेंगे। सदर डीएसपी के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए थे। लेकिन तीन महीने बाद भी मामले का खुलासा नहीं हो सका है। जांच में कई तरह की बातें सामने आई हैं। एक वजह रंगदारी नहीं देना बताया गया। वहीं पुलिस जांच में यह बात भी सामने आयी है कि झारखंड पुलिस में हवलदार सोमरा मुंडा के बेटे रोहित मुंडा उर्फ बीडी ने धवन राम की हत्या की है। घटना के समय रोहित मुंडा के साथ बाइक पर उसका सहयोगी रोहन श्रीवास्तव और अभिषेक मल्लिक भी मौजूद थे। इसके अलावा दूसरी बाइक पर दो अन्य अपराधी भी वहां पहुंचे थे, वे धवन राम की लगातार रेकी कर रहे थे। धवन राम हत्याकांड में शामिल पांच अपराधी फिलहाल फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

पुलिस खुलासे के करीब है। यह हत्या रंगदारी के लिए की गई थी। फिलहाल छापेमारी जारी है। जल्द ही इसका खुलासा किया जाएगा।

-ज्ञान रंजन, थाना प्रभारी, बरियातू