--लिटरेरी मीट में शामिल होने रांची पहुंचे वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई रांची : शहर में टाटा स्टील द्वारा आयोजित दो दिवसीय लिटरेरी मीट के दौरान शनिवार को वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने कहा कि जो लोग कहते हैं कि धोनी को रिटायर होना चाहिए, वे लोग क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं जानते। धोनी आज भी एक उम्दा खिलाड़ी है। जबतक वो पिच पर रहते हैं विरोधी टीम जीत के प्रति आश्वस्त नहीं रहती। क्योंकि सभी जानते हैं कि धोनी क्या कर सकता है। राजदीप ने उनके हेलीकॉप्टर शॉट पर कहा कि यह केवल धोनी ही खेल सकते हैं क्योंकि यह रांची की उपज है। क्रिकेट ऐसा खेल है, जिसमें भारतीय खिलाडि़यों ने कई इनोवेशन किए हैं। इनोवेशन है खास गावस्कर हो, सचिन हों या धोनी। इनके इनोवेशन में इनके आस-पास के वातावरण की प्रमुख भूमिका है। इस तरह के चीजें इंग्लैंड व आस्ट्रेलिया के खिलाड़ी कभी कर ही नहीं सकते। इसलिए, अपने देश की क्रिकेट में इतनी विविधता है। राजदीप ने कहा, मैं धोनी का फैन हूं। वे कूल हैं। एक ओवर में यदि 16 रन भी बनाने हों तो वे कूल होकर खेलते हैं। इस पर एक बार उनसे पूछा तो बोले कि जितना दबाव एक बल्लेबाज पर होता है, उससे ज्यादा दबाव गेंदबाज पर भी होता। उसे पता होता है कि एक भी बॉल यदि गलत डाली तो छक्का जा सकता है। राजदीप ने सचिन-विनोद कांबली के रिश्तों के बारे में भी बातें की। टीवी कम देखें फेक न्यूज के सवाल पर कहा कि टीवी कम देखें तो अच्छा होगा। हेड लाइन जरूर पढ़े। दुनिया में बहुत फेक लोग हैं, तो फेक न्यूज आएगी ही। बस अपने आप पर विश्वास रखो। मीडिया अपनी आत्मा खो चुकी है। मीडिया में अब राक्षस आ गए हैं। एक दूसरे पर चिल्ला रहे हैं। खबरें कम और आवाज ज्यादा होती है। एक सवाल रिश्वत कांड पर उठा कि उसे एयर नहीं किया गया। राजदीप ने कहा कि एयर किया, लेकिन बाद में किया। भाजपा चाहती थी कि टेलीकास्ट करे। पत्रकार कोई भाजपा का कार्यकर्ता नहीं है। टेप एक बजे मिलती है, छह बजे चला देंगे। ऐसा कैसे संभव है? बिना जांच किए कैसे चला सकते हैं। जर्नलिस्ट भाजपा या कांग्रेस का कार्यकर्ता नहीं। आज लोग पत्रकारिता के बजाय पार्टी का कार्यकर्ता बनकर चैनल में आ रहे हैं। कुछ लोग देशभक्ति का सर्टिफिकेट देने लगे हैं। आज जो देशभक्ति के नारे दे रहे हैं, उनका पैसा स्वीस बैंक में है। इंडिया-पाक के बीच मैंच हो उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत और पाकिस्तान एक दूसरे को दुश्मन मानने लगे हैं। मुझे राजनीति से कोई मतलब नहीं। भारत पाक के बीच मैच होने चाहिए। कई सालों से मैच नहीं हुए तो क्या आतंकवाद कम हुआ? यदि कम हुआ तो हम इसका समर्थन करते हैं। नफरत फैलाना आसान है, लेकिन प्रेम बांटना मुश्किल है। जितना प्यार बांटोगें, आतंकवादियों को किनारे कर सकते हैं। ::::