रांची (ब्यूरो): बीते दिनों हुए बारिश ने स्थिति और भी नारकीय बना दी है। जिस स्थान पर बसें खड़ी होती हैं, वहां भी कीचड़ ही कीचड़ भरा है। ऐसे में पैसेंजर के साथ बस ड्राइवर, कंडेक्टर समेत यहां के सभी लोगों की बढ़ गई है। बस ड्राइवर ने कहा कि कहने को तो यह राजधानी का बस स्टैंड है, लेकिन हालत देख ऐसा लगता है जैसे यह किसी शहर का नहीं बल्कि गांव स्टैंड हो। दो दिन पहले और भी बूरी ंिस्थति थी। बारिश रुकने के बाद हालत में थोड़ा सुधार हुआ है। स्टैंड के चारों ओर कीचड़ और गंदगी भरे पड़े है। एंट्रेस के साथ ही गंदगी भी दिखने लगता है। लेकिन न तो नगर निगम के अधिकारी को कोई मतलब है और न ही इसके इंचार्ज को कोई परवाह। आम लोगों ने भी इस परेशानी को अब सोशल मीडिया पर उठाना शुरू कर दिया है। ट्विटर पर लोग इस मुद्दे को उठा रहे हैं और स्थिति दुरुस्त करने की मांग कर रहे हैं।

नागरिक सुविधाओं की कमी

सिर्फ बाहर ही नहीं बल्कि स्टैंड के अंदर भी हालत भी ठीक नहीं है। गंदगी के अलावा सुविधाओं का भी घोर अभाव है। यात्रियों को सुविधा देने के नाम पर यहां सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। वैसे तो स्टैंड से सुविधा के नाम पर लाखों रुपए की वसूली की जाती है, लेकिन सुविधा नदारद है। टर्मिनल में लगे सीसीटीवी खराब होने लगे हैैं। मेनटेनेंस के अभाव में बैठने के लिए बने सेड भी जगह जगह टूटने लगे हैैं। यहां तक की छत पर दरारें आ चुकी हैं। शौचालय से लेकर पीने के पानी पर भी आफत है। शौचालय में नियमित सफाई नहीं होने से गंदगी और बदबू फैली रहती है। पीने के पानी के लिए यात्रियों को भटकना पड़ रहा है। प्याऊ होते हुए भी पैसेंजर को बाहर से पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है। स्टैंड में लाइट की भी सही सुविधा नहीं है। कई बल्ब फ्यूज हो चुके हैं, रख-रखाव नहीं होने से रात के अंधेरे में यात्रियों को परेशानी हो रही है।

छत से पानी रिसने लगा है

बिरसा मुंडा बस टर्मिनल की छत और दीवारों से पानी का रिसाव होने लगा है। नगर निगम की लापरवाही का खामियाजा पैसेंजर को झेलना पड़ रहा है। टर्मिनल में ढंग का एक भी डस्टबीन नहीं है। इधर-उधर कचरे का फैलाव रहता है। बस टर्मिनल के अंदर ही एमटीएस है, जहां कचरे को डंप किया जाता है। सिर्फ स्टैंड ही नहीं बल्कि आस-पास के वार्ड का भी कचरा यहां डंप किया जा रहा है, जिससे पूरे टर्मिनल में बदबू फैलती रहती है। टर्मिनल में जानवरों का घूमना आम बात हो गई है। यात्रियों के इर्द-गिर्द कुत्ते और दूसरे मवेशी मंडराते रहते हंै। बस संचालकों ने एमटीएस को टर्मिनल से बाहर करने की कई बार मांग की है, लेकिन उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

नशेडिय़ों का फेवरेट प्लेस

बिरसा मुंड़ा बस टर्मिनल फिलहाल नशेडिय़ों और गंजेडिय़ों का फेवरेट प्लेस बना हुआ है। स्टैंड के अंदर ही कई लोग नशा पान कर रहे हैं। इधर-उधर पड़ी दारू की खाली बोतलें इसकी गवाही दे रही हैैं। टर्मिनल की छत पर भी काफी संख्या में शराब की बोतलें पड़ी हैं। वहीं हर शाम इस स्थान पर गंजेडिय़ों की भी महफिल सज जाती है। सिर्फ नशाखोरी ही नहीं बल्कि इस स्थान पर क्रिमिनल इमेज वाले लोग भी इस स्थान पर मंडराते रहते हैं। यहां तक हथियारों की डील भी टर्मिनल पर ही हो रही है। कुछ दिनों पहले ही हथियार की क्वालिटी चेक करते वक्त ही फायरिंग हो गई थी, जिससे बस स्टैंड पर अफरा-तफरी मच गई थी। स्टैंड में 22 कैमरे लगे हैं, जिनमें 16 चालू अवस्था है। इसमें भी फूटेज क्वालिटी की समस्या रहती है।

बस स्टैंड की नियमित सफाई कराई जाती है। सफाई कर्मी वहां मौजूद होते है। किसी प्रकार की परेशानी है तो इसकी जांच कराकर उसे दुरुस्त किया जाएगा।

संदीप कुमार, सिटी मैनेजर

आरएमसी