रांची: एक तरफ कड़ाई, तो दूसरी तरफ चीटिंग का हर संभव प्रयास। चीट-पुर्जे से लैस भविष्य के डॉक्टर्स शनिवार को भी अपनी पूरी 'तैयारी' के साथ एग्जाम देने पहुंचे थे। एमबीबीएस एनाटॉमी (सेकेंड पेपर) की परीक्षा तो हुई, लेकिन किसी को हिलने तक की इजाजत नहीं दी गई। बेहद टाइट सिचुएशन में एग्जाम तो हुआ, लेकिन आदत से मजबूर एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने नकल की पूरी कोशिश की। हालांकि, इस बार नजारा बदला-बदला सा था। तीन मार्च को फ‌र्स्ट पेपर के एग्जाम में जैसी धांधली की कोशिश हुई थी, वह शनिवार को नहीं चली। बहू-बाजार स्थित सेंट पॉल्स कॉलेज सेंटर पर पुलिस की चौकसी के बीच एग्जाम हुआ, जिस कारण एग्जाम दे रहे स्टूडेंट्स को चिट-पुर्जे फेंकने पड़ गए। इस्तेमाल करना तो दूर, उसे अपने पास रखने की भी हिम्मत कोई नहीं जुटा पाया।

एलान कर फेंकवाया पुर्जा

दिन के 1.30 बजे से परीक्षा शुरू हुई। शुरुआत में ही कॉलेज प्रशासन ने सभी कमरों में एलान करवा दिया कि जिन-जिन के पास आपत्तिजनक सामग्री है, उसे तत्काल हटा दें वर्ना कड़ी कार्रवाई होगी। 3 तारीख को जिस प्रकार स्टूडेंट्स को एक्सपेल्ड किया गया था, उसी तरह आज भी चीटर्स को नहीं बख्शा जाएगा। इस एलान के साथ ही रिम्स के स्टूडेंट्स की हवाइयां उड़ गईं। सभी ने एक-एक कर किसी न किसी बहाने से बाहर जाने की इजाजत ली और जिसे जहां 'सेफ' लगा, वहां चिट-पुर्जे फेंक दिए। आलम यह था कि बाथरूम के कमोड में भी एनाटोमी से रिलेटेड हिंट चिट पड़ा मिला। इसके अलावा कॉरीडोर, खिड़की और गैलरी में भी अच्छी खासी संख्या में चिट फेंके पाए गए।

एसआई आशा के नेतृत्व में निरीक्षण

एग्जाम के दौरान लोअर बाजार थाने से महिला पुलिसकर्मियों के दल को तैनात किया गया था। चूंकि, अच्छी खासी संख्या में ग‌र्ल्स भी एग्जाम दे रही थीं और उनके द्वारा भी चिट-पुर्जे लाए गए थे, इसलिए विशेष रूप से महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। इस दौरान एसआई आशा कुमारी के नेतृत्व में सभी क्लासरूम का निरीक्षण किया गया। स्टूडेंट्स को कड़ी चेतावनी दी गई, तब जाकर शांतिपूर्ण तरीके से एग्जाम हो सका।

लास्ट मिनट तक रिवीजन

एग्जाम में सेकेंड पेपर से लेकर अंतिम दिन तक कड़ाई की खबर पहले ही बाहर आ चुकी थी। इस वजह से स्टूडेंट्स लास्ट मिनट तक रिवीजन करते देखे गए। कॉलेज में बाथरूम के बाहर बड़ी संख्या में ग‌र्ल्स अंतिम समय तक किताबें पलटी नजर आईं। वहीं ब्वायज भी दिन के एक बजे तक रिवीजन करते देखे गए। इस बीच रिम्स की एक टीम निरीक्षण के लिए सेंटर पहुंची। यहां की व्यवस्था पर टीम ने संतोष जताया और कॉलेज प्रशासन को हर संभव मदद का वादा भी किया।

सीटिंग अरेंटमेंट में भी बदलाव

शनिवार को कॉलेज के छह कमरों में 170 स्टूडेंट्स को एग्जाम के लिए बिठाया गया था। इस बार सीटिंग एरेंजमेंट भी बदलाव किया गया था। एक स्टूडेंट को जिस जगह बिठाया गया, वहीं सेकेंड रो में बेंच पर दूसरे कोने में स्टूडेंट को शिफ्ट किया गया। पैरलल सीटिंग नहीं होने के कारण तांक-झांक की भी गुंजाइश नहीं रही। व्यवस्था इतना सख्त थी कि स्टूडेंट्स को पहले दिन की तरह बार-बार बाथरूम जाने की भी जरूरत नहीं पड़ी। शाम 4.30 बजे परीक्षा खत्म हुई, तो स्टूडेंट्स ने भी राहत की सांस ली।

कॉलेज प्रशासन कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। हम अनुशासन को सबसे ऊपर रखते हैं। स्टूडेंट्स के बेहतर भविष्य के लिए भी यह जरूरी है कि वे पढ़कर ही परीक्षा दें। चीटिंग को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आने वाले दिनों में भी इतनी ही टाइट सिक्योरिटी के साथ परीक्षा ली जाएगी।

डॉ अनुज कुमार तिग्गा, प्रिंसिपल, सेंट पॉल्स कॉलेज