RANCHI: राज्य के तीन नए मेडिकल कॉलेजों में मूलभूत सुविधाओं में बढ़ोतरी नहीं हो रही है। इससे आने वाले साल में इन कॉलेजों की सीटों की संख्या कम हो सकती है। स्वास्थ्य विभाग इस ओर ध्यान अभी नहीं दे रहा है। एमसीआई की टीम जब राज्य में मेडिकल कालेज के इंस्पेक्शन के लिए पहुंचती है, तभी विभाग रेस होता है।

नए कॉलेजों में हो सकती है परेशानी

हजारीबाग, पलामू और दुमका में 100-100 सीटों के लिए शुरू किये गये मेडिकल कॉलेजों में आगामी शैक्षणिक सत्र में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शैक्षणिक सत्र 2019-20 में नामांकन तो ले लिया गया, लेकिन एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए जो मूलभूत सुविधाओं की जरूरत है उसमें कमियां लगातार हैं। ऐसे में एमसीआई की ओर से कहा जा रहा है कि शिक्षक, लैब, स्टाफ जैसी बेसिक कमियों को दूर नहीं किया गया तो सीटों की संख्या लगभग आधी कर दी जाएगी। फिलहाल इन कॉलेजों में एमबीबीएस की क्लास जुगाड़ के भरोसे चल रही हैं।

स्टूडेंट्स को होगी दिक्कत

अगर तीनों मेडिकल कॉलेजों की सुविधाओं में हुई कमियों को दूर नहीं किया गया तो इसका सीधा असर राज्य के बच्चों के भविष्य पर पड़ेगा। झारखंड मेडिकल कॉलेजों में 85 परसेंट सीटों के लिए झारखंड कंबाइंड से एडमिशन की प्रक्रिया चलती है। अगर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने 50 परसेंट सीटें तीनों नये मेडिकल कॉलेजों से कम कर दी तो झारखंड के स्टूडेंट्स के लिए 85 परसेंट सीटों की संख्या में कमी हो जाएगी। ऐसे में इसका खामियाजा राज्य के स्टूडेंट्स को भुगतना पड़ेगा।

मुश्किल से हो पाया था शुरू

शैक्षणिक सत्र 2019-20 में नामांकन के लिए एमसीआइ ने रोक लगाई थी। एमसीआइ ने कई कमियां बता कर खासकर स्टाफ की नियुक्ति न होने की बात कह कर मान्यता देने से इनकार किया था। इसके बाद राज्य सरकार ने जुलाई में सुप्रीम कोर्ट में रिट दायर किया। सुप्रीम कोर्ट में दायर रिट में सरकार ने एमसीआइ की सारी आपत्तियों को पूरा करने की बात कहीं। साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा तीनों मेडिकल कॉलेजों के लिए 76 प्रोफेसर और 93 एसोसिएट प्रोफेसरों की नियुक्ति कर इन्हें पदस्थापित करने की बात सुप्रीम कोर्ट ने कहीं। सभी बातों पर गौर करने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इसी सत्र से दाखिला लेने की अनुमति दी थी।

अभी 630 सीट हैं

एकेडमिक इयर 2019-20 में राज्य में 630 एमबीबीएस की सीटें थी। जिसमें से हजारीबाग, पलामू और दुमका में इसी शैक्षणिक सत्र से 100-100 सीटों में नामांकन हुआ। इसके अलावा रिम्स के 180, एमजीएम के 50 और पीएमसीएच के 50 सीटों में नामांकन लिया गया है।