RANCHI : पारा शिक्षक मनोज कुमार का अपहरण के बाद हत्या किए जाने के मामले में सिमडेगा पुलिस ने पूर्व कैबिनेट मंत्री और कोलेबिरा एमएलए एनोस एक्का को गुरुवार की अहले सुबह 3 बजे गिरफ्तार कर लिया। एमएलए की उनके ठाकुरटोली स्थित आवास से गिरफ्तारी हुई। गौरतलब है कि बुधवार की दोपहर दो बजे के करीब कुछ अपराधियों ने मनोज कुमार का अपहरण कर लिया था और गुरूवार की सुबह कोलेबिरा के जंगल से शव बरामद हुआ था। इस बाबत मृतक के परिजनों ने एनोस एक्का पर नेम्ड एफआईआर दर्ज कराई है।

सड़क को किया जाम

पारा टीचर मनोज की हत्या के बाद परिजनों के साथ आक्रोशित पारा शिक्षक व ग्रामीणों ने रांची-सिमडेगा मुख्य पथ स्थित रणबहादुर सिंह चौक पर जाम कर दिया। जिसके कारण दोनों तरफ सैकड़ों वाहन फंसे रहे। इधर जाम में आम लोगों के अलावा विभिन्न राजनीतिक दल के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। इस मौके पर पूर्व विधायक व झामुमो सिमडेगा विस प्रत्याशी नियेल तिर्की ने एनोस एक्का को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। जिले के एसपी राजीव रंजन लोगों को देर शाम तक शांत कराने की कोशिश करती रही।

हत्या के विरोध में जुलूस

पारा शिक्षक मनोज कुमार हत्या मामले को लेकर जेएमएम द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान जेएमएम के सिमडेगा विस प्रत्याशी नियेल तिर्की के आवास से मोटरसाइकिल जुलूस शहर में निकाली गई। इस दौरान कार्यकर्ताओं द्वारा एनएच जाम कर सड़क पर सभा का आयोजन किया गया। इसके अलावा जेएमएम कार्यकर्ताओं ने गांधी मैदान के समीप झारखंड पार्टी कार्यालय में रखी कुर्सियां तोड़ डाली, साथ ही बैनर फाड़ डाले।

कौन थे मनोज कुमार

सिमडेगा जिले में कोलेबिरा क्षेत्र के जटाटांड स्कूल के पारा शिक्षक मनोज कुमार लसिया प्रखंड संघर्ष समिति और कोलेबिरा प्रखंड के पारा शिक्षक संघ के अध्यक्ष थे। इसके पहले वे एनोस एक्का की पार्टी कें सक्रिय सदस्य थे। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले एनोस का साथ छोड़कर वे दूसरे पार्टी के उम्मीदवार का समर्थन कर रहे थे। बुधवार की दोपहर वे अपने सहयोगी पारा शिक्षक संजू नायक के साथ स्कूल में बैठे थे, तभी मोटरसाइकिल पर सवार होकर दो हथियारबंद अपराधी आए और जबरन मनोज कुमार को मोटरसाइकिल पर बिठाकर ले गए। अपराधियों ने संजू को इस बारे में किसी को जानकारी नहीं देने की धमकी दी थी।

दीपनारायण गैंग का नाम आया सामने

एमएलए एनोस एक्का का पीएलएफआई के एरिया कमांडर दीपनारायण गिरोह के साथ संबंध होने की बात सामने आई है। दीपनारायण का कोलेबिरा इलाके में काफी दहशत है। वह लेवी के लिए चर्चित लोगों को हटाने का काम करता है। सूत्रों के मुताबिक, इस चुनाव में पीएलएफआई का दीपनारायण गिरोह एनोस एक्का की पार्टी के लिए काम कर रहा है। ऐसे में मनोज कुमार की हत्या में इस गिरोह के शामिल होने की आशंका पुलिस ने जताई है।

एनोस ने फोन पर मनोज से की थी बात

जिले के एसपी राजीव रंजन कुमार ने बताया कि इस मामले की पुलिस पूरी गहनता से छानबीन कर रही है। पुलिस को विधायक एनोस एक्का के मोबाइल फोन से शिक्षक मनोज कुमार के साथ बातचीत होने के डिटेल्स मिले हैं। बातचीत के दौैरान एनोस ने मनोज को क्या कहा, इसकी जानकारी हासिल करने की कोशिश हो रही है।

एनोस के विरुद्ध हैं अहम सबूत

घटना का जायजा लेने डीआइजी प्रवीण कुमार सिमडेगा पहुंचे। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में विधायक एनोस एक्का के खिलाफ पुलिस को अहम सबूत मिले हैं। उन्होंने कहा कि पिछले लोक सभा चुनाव के दौरान भी पीएलएफआई के साथ एनोस एक्का के संबंध होने की बात सामने आई थी। पुलिस सभी बातों को ध्यान में रखकर जांच कर रही है।