RANCHI: राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में व्यवस्था सुधरने के बजाय बेपटरी होती जा रही है। एक तरफ दलाल मरीजों को निशाना बना रहे हैं तो दूसरी ओर एमआर डॉक्टरों पर अपनी कंपनी की दवाएं लिखने का प्रेशर बना रहे हैं। इससे डॉक्टरों का फायदा हो रहा है। ऐसे में एमआर बिना किसी रोक टोक के डॉक्टर चैंबर में जा रहे हैं। जबकि ओपीडी में मरीजों की लाइन लगी रहती है। इस चक्कर में मरीजों को काफी देर तक इंतजार करना पड़ता है। इसके बावजूद ड्यूटी पर तैनात गा‌र्ड्स न तो उनसे कोई पूछताछ कर रहे हैं और न ही रोका जाता है।

नियमों की उड़ा रहे धज्जियां

हॉस्पिटल में एमआर की एंट्री पर रोक है। इसे लेकर पहले भी आदेश जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था कि ओपीडी के टाइम पर एमआर की एंट्री पर रोक रहेगी। साथ ही सिक्योरिटी गा‌र्ड्स को भी निर्देश दिया गया था कि किसी भी हाल में उन्हें अंदर न जाने दिए जाए। वहीं सेकेंड हाफ में थोड़ी देर के लिए ही उन्हें डॉक्टरों से मिलने की छूट थी। लेकिन ये लोग नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अंदर घुस रहे हैं।

इनडोर में भी है इन्हीं का कब्जा

हॉस्पिटल के इनडोर में 1300 से अधिक मरीज एडमिट हैं। जहां पर डॉक्टर अपनी यूनिट में हर दिन मौजूद रहते हैं। अब ये एमआर डॉक्टरों को इनडोर में भी नहीं छोड़ते। जहां पर इनडोर वाले मरीज और परिजन डॉक्टरों से मिलने के इंतजार में खड़े रहते हैं। लेकिन प्राथमिकता तो एमआर को ही दी जाती है। आखिर उनकी वजह से डॉक्टर साहब का कुछ फायदा जो हो जाएगा।

गा‌र्ड्स और जवान मूंद लेते हैं आंखें

हॉस्पिटल में एंट्री से पहले एमआर को रोकने का आदेश दिया गया है। फिर भी ड्यूटी में तैनात सिक्योरिटी गा‌र्ड्स और सैप के जवान उन्हें रोकना उचित नहीं समझते। चूंकि डॉक्टर को विजिट करने से पहले ये लोग सिक्योरिटी गा‌र्ड्स और सैप जवानों को भी कुछ चढ़ावा चढ़ाते हैं। इसके बाद तो जवान उन्हें अंदर जाने से कैसे रोक सकते हैं।

चाइल्ड ओपीडी

टाइम: 12.00 बजे दिन

बच्चों को लेकर परिजन डॉक्टर से दिखाने के लिए ओपीडी में खड़े हैं। गा‌र्ड्स एक-एक कर मरीजों को अंदर भेज रही थी। लेकिन एमआर जैसे ही पहुंचे उन्हें रास्ता दे दिया गया। गार्ड ने एकबार भी नहीं टोका कि मरीजों की भीड़ लगी है।

इएनटी ओपीडी

टाइम: 12.05 बजे दिन

ओपीडी में 50 से अधिक मरीजों की लाइन लगी है। एक बार में एक मरीज को ही एंट्री दी जा रही है। लेकिन जब एमआर आए तो एक साथ कई लोग डॉक्टर के पास चले गए। जहां ड्यूटी में तैनात गार्ड ने उनसे कोई पूछताछ तक नहीं की।

मेडिसीन ओपीडी

टाइम: 12.08 बजे दिन

सबसे ज्यादा मरीज इलाज को इसी ओपीडी में आते हैं। यहां पर 100 से अधिक मरीजों की लंबी लाइन लगी है। ऐसे में लोगों की भीड़ को चीरते हुए एमआर सीधे ओपीडी में इंटर करता है। जहां कोई उन्हें रोक कर पूछता तक नहीं।