रांची (ब्यूरो) । राज्य सरकार के बजट पर झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के पदाधिकारियों ने प्रतिक्रिया दी है। बजट पर चैंबर के अध्यक्ष किशोर मंत्री ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि राज्य सरकार ने हमारे सुझावों को सम्मान दिया है। उन्होंने कहा कि बजट में औद्योगिक क्षेत्र के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए बजटीय अनुशंसा के साथ ही नई इकाइयों की स्थापना हेतु नये औद्योगिक क्षेत्र का निर्माण प्रस्तावित किया है। बडे पैमाने पर रोजगार सृजन, ग्रामीण क्षेत्र में औद्योगिकरण के लिए डेडिकेटेड एमएसएमई निदेशालय स्थापित करने का प्रस्ताव और नई एमएसमएई पॉलिसी लागू करने का प्रस्ताव स्वागतयोग्य है। देवघर, जमशेदपुर से कमर्शियल उडानों का संचालन प्रारंभ करने, सस्ते दर पर आम जनता के लिए एयर एम्बुलेंस सेवा शुरू करने और विद्युत व्यवस्था में सुधार के लिए लगभग 8 हजार करोड़ रुपए का आवंटन सुखद है।
किशोर मंत्री, अध्यक्ष

इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए बजट में प्रावधान सुखद
सरकार द्वारा औद्योगिक विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और स्वास्थ्य क्षेत्र में की गई बजटीय अनुशंसा सुखद है। हालांकि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी कुल बजट का 6 प्रतिशत अनुदान ही हेल्थ सेक्टर को दिया गया है। राज्य में चिकित्सा सेवा के विस्तार के लिए हेल्थ का बजटीय एलोकेशन बढ़ाते हुए 8 फीसदी करना चाहिए था। वर्तमान वित्तिय वर्ष का सकल बजट बढाकर 1,16,418 करोड किया गया है, यह अ'छा है। हमारा मानना है कि उद्योग, व्यापार और निवेश को बढावा देने के लिए अन्य जरूरी चीजों पर और अधिक ध्यान देने की आवष्यकता थी। स्पेशल इकोनोमिक जोन बढाना चाहिए था। ईज ऑफ लिविंग को बेहतर बनाने के लिए शहरी विकास के क्षेत्र में राशि बढाई जानी चाहिए थी। बोकारो, रांची में मेडिकल कॉलेज की स्थापना, चलंत ग्राम क्लीनिक के संचालन और नये नर्सिग कॉलज के स्थापना की योजना स्वागतयोग्य है। चतरा और लातेहार जैसे जिलों में भी मेडिकल कॉलेज की स्थापना पर सरकार को विचार करना चाहिए।
डॉ अभिषेक रामाधीन, महासचिव

बिजली आपूर्ति व शिक्षा पर जोर

राज्य में औद्योगिक विस्तार के लिए नई एमएसएमई पॉलिसी का लागू किया जाना स्वागतयोग्य कदम है। सरकार ने बजट के माध्यम से राज्य की आर्थिक प्रगति का साकारात्मक संदेश दिया है। रिजनल कनेक्टिवीटी में वृद्धि, निर्बाध विद्युत आपूर्ति, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र को मजबूत करने के लिए भी पर्याप्त बजटीय अनुशंसा की गई है।
आदित्य मल्होत्रा, उपाध्यक्ष


सरकार का स्वागतयोग्य बजट

राज्य सरकार ने स्वागतयोग्य बजट पेश किया है। सरकार ने बजट के माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा, सडक, रोजगार सृजन और औद्योगिकीकरण के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए हर उपाय किये हैं। खेलकूद को बढावा देने के लिए ग्रास रूट ट्रेनिंग सेंटर और सिद्धो कानु युवा क्लब स्थापित किये जाने का निर्णय स्वागतयोग्य है।
अमित शर्मा, उपाध्यक्ष

टूरिज्म पर फोकस प्रशंसनीय पहल
बजट में टूरिज्म और औद्योगिक निवेश पर फोकस करना राज्य सरकार की प्रशंसनीय पहल है। इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार ने सकारात्मक मंशा दिखाते हुए पर्याप्त बजटीय अनुशंसा की है। बजट के माध्यम से व्यापार उद्योग आयोग के गठन पर विचार नहीं किये जाने से थोडी निराशा हुई है।
रोहित पोद्दार, सह सचिव


पर्यटन नीति का गठन बढिया कदम

टूरिज्म को उद्योग का दर्जा देते हुए अलग से पर्यटन नीति का गठन बढिया कदम है। नेतरहाट को टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने हेतु नेतरहाट टूरिस्ट डेवलपमेंट ऑथोरिटी गठित करने के साथ ही पर्यटन क्षेत्र में निजी निवेश को बढावा देने हेतु विभिन्न प्रोत्साहन एवं सब्सिडी का प्रावधान करना प्रशंसनीय है।
शैलेष अग्रवाल, सह सचिव


रिवाइवल पैकेज नहीं मिलने से निराशा
बजट में टूरिज्म, कृषि, सिंचाई, इंफ्रास्ट्रक्चर, समाज कल्याण सहित अन्य की दिशा में विशेष रूप से फोकस किया गया है। राज्य में बंद पड़े उद्योगों के रिवाइवल हेतु प्रोत्साहन पैकेज, स्टार्टअप्स की कठिनाईयों के समाधान और ईओडीबी की दिशा में बजट में कोई उल्लेख नहीं होने से थोडी निराशा हुई है। बजट में आवंटित राशि का उपयोग समुचित ढंग से हो सके, इसकी व्यवस्था पर भी सरकार को चिंतन करने की आवश्यकता है।
सुनिल केडिया, कोषाध्यक्ष


सरकार का विकासोन्मुखी बजट
राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट विकासोन्मुखी है। सरकार द्वारा विभिन्न सेक्टर्स में अनुदानित बजटीय राशि से एक ओर जहां राज्य में औद्योगिकीकरण को बल मिलेगा वहीं इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में किये गये बजटीय प्रावधान से राज्य विकास के पथ पर अग्रसर होगा। सरकार ने टूरिज्म को उद्योग का दर्जा देते हुए अलग से पर्यटन नीति के गठन की बात कही है। हम महसूस करते हैं कि यह राज्य में पर्यटन के संभावित अवसरों को बढाने और राज्य को एक मस्ट विजिट डेस्टिनेशन बनाने में सहायक साबित होगा।
राहुल साबू, कार्यकारिणी सदस्य

बजट में इंडस्ट्री को गति देने की मंशा
सरकार ने बजट के माध्यम से राज्य में औद्योगिकीकरण को गति देने की मंशा दिखाई है जो राज्य के लिए सुखद संकेत है। बजटीय अनुदान की शत प्रतिशत राशि का उपयोग सुनिश्चित हो, इसकी समीक्षा जरूरी है। क्योंकि केवल फंड एलोकेट कर देना बजट का ध्येय नहीं होना चाहिए।
परेश गट्टानी, कार्यकारिणी सदस्य