रांची (ब्यूरो)। राजधानी रांची में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। हर तरफ डेंगू का लार्वा मिल रहा है। इनसे निपटने के लिए रांची नगर निगम के पास इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है। हालत यह है कि रांची के सभी वार्ड में मचछर भगाने के लिए एक थर्मल फागिंग मशीन समेत 10 कोल्ड मशीनों से फागिंग हो रही है। नगर निगम का दावा है कि रोज तीन-चार वार्ड में फागिंग की जा रही है। ऐसे में 53 वार्ड के रांची नगर निगम में एक बार के बाद दोबारा फॉगिंग की बारी 15 दिन के बाद आएगी।

496 घरों की जांच की गई है

रांची नगर निगम द्वारा अक्टूबर में 496 घरों की जांच की गई, जिसमें 35 जगहों पर डेंगू का लार्वा पाया गया है। रांची नगर निगम जैसे-जैसे अभियान को बढ़ा रहा है, वैसे-वैसे हर दिन डेंगू के नए मरीज भी मिल रहे हैं।

45 किमी है एरिया

रांची नगर निगम के सभी वार्ड को मिलाकर करीब 45 किमी का एरिया है। इतने बड़े एरिया को कवर करना भी निगम के लिए चैलेंज है। साथ ही कर्मचारियों की संख्या भी कम है। इस मौसम में मच्छरों के पनपने के लिए सही तापमान होता है। इस वजह से मच्छरों का प्रकोप इन दिनों बढ़ गया है। फ ॉगिंग मशीनों के पर्याप्त संख्या नहीं होने की वजह से भी फॉगिंग सही तरीके से नहीं की जा रही है। मच्छरों पर कंट्रोल करना सबसे बड़ी चुनौती है।

सिर्फ वीआईपी इलाकों में

शहर के सभी इलाकों में फागिंग करने के लिए निगम तैयारी कर रहा है, लेकिन निगम की गाडियां अधिकतर समय वीआईपी इलाके में हीं दिखाई देती है। साफ-सफाई नहीं होने की वजह से डोरंडा हिंदपीढ़ी जैसे इलाके में सबसे अधिक डेंगू के मरीज मिल रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग की अपील

डेंगू और चिकनगुनिया के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। एनएचएम के अभियान निदेशक भुवनेश प्रताप ने सभी उपायुक्तों को इसके रोकथाम को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। विभाग द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक अभियान चलाकर डेंगू-चिकनगुनिया की रोकथाम को लेकर प्रचार किया जाएगा। लोगों को घर के आस-पास जलजमाव नहीं करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। निजी अस्पतालों में डेंगू के संभावित रोगियों की सूची राजमय मुख्यालय को हर माह भेजने का निर्देश दिया गया है। साथ ही रिम्स रां चीि, एसएनएमसीएच धनबाद, एमजीएम जमशेदपुर, सदर अस्पताल रांची को सेंटिनल सर्विलांस अस्पताल के रूप में चिन्हित किया गया ह.ै