RANCHI: हे प्रभु, रांची रेलवे स्टेशन की रक्षा करना। अगर आप रांची रेलवे स्टेशन से यात्रा करते हैं तो यही कामना कीजिए। क्योंकि यहां सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे ही है। स्टेशन में एंट्री के छह रास्ते हैं और उनमें से केवल एक में मेटल डिटेक्टर लगा है। वहीं, मेन गेट पर सिर्फ एक लाठीधारी आरपीएफ जवान रहता है और प्लेटफार्म नंबर एक पर आरपीएफ के दो स्टाफ तैनात मिले।

एंट्री का कोई नियम-कानून नहीं

स्टेशन के मेन गेट पर एंट्री और एग्जिट के लिए अलग-अलग गेट हैं, पर लोग जहां से चाहे उधर से स्टेशन में एंट्री कर जाते हैं। पार्सल ऑफिस के गेट से, लोहरदगा गेट से, रिजर्वेशन काउंटर के गेट से, एमसीक्यू ऑफिस के बगल से, बिरसा फूड प्लाजा से लगी सीढि़यों से और प्लेटफार्म नंबर चार से लगी सीढि़यों से लोग स्टेशन आ रहे हैं।

मैं अकेला क्या करूं

रांची रेलवे स्टेशन के मेन गेट पर सुरक्षा में तैनात जवान ने कहा कि मुख्य द्वार पर मैं अकेला ही हूं। यहां से जरा भी हटता हूं तो गाडि़यां लग जाती हैं और रास्ता जाम हो जाता है। ऐसे में अकेले कहां-कहां देखूं। लोगों को एंट्री गेट से प्रवेश करनी चाहिए पर कोई सुनता ही नहीं है। इसके बावजूद कोशिश यही होती है कि बेहतर ढंग से डयूटी का निर्वाह करूं।

सीसीटीवी कैमरे से होती है निगरानी

स्टेशन मैनेजर के कमरे में सीसीटीवी कैमरे का मॉनिटर लगा हुआ है। उससे स्टेशन की निगरानी होती रहती है। पर केवल यही पर्याप्त नहीं है। रांची रेलवे स्टेशन की सुरक्षा में खामियों पर जब हमने सीनियर डीसीएम नीरज कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि अगर पार्सल और अमानती गृह के रास्ते से लोग घुसते हैं तो इसे बंद कराया जाएगा। वहीं, रिजर्वेशन काउंटरवाले पैसेज में भी मेटल डिटेक्टर लगवाया जाएगा। रांची रेलवे स्टेशन की सुरक्षा के लिए फ्म् सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा आरपीएफ के कांस्टेबल और जवान सिविल ड्रेस और वर्दी में स्टेशन की निगरानी करते हैं। वहीं, चाइल्ड लाइन के सदस्य भी ह्यूमन ट्रैफिकिंग करनेवालों पर नजर रखते हैं।

वर्जन-

रांची रेलवे स्टेशन पर बैगेज स्कैनर लगाया जाना है। इसके अलावा अगर कोई पार्सल और अमानती गृह के गेट से होकर घुसता है, तो उसे बंद कराया जाएगा। रेलवे स्टेशन की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। इसे और बेहतर किया जाएगा।

-नीरज कुमार, सीनियर डीसीएम

बॉक्स।

स्टेशन पर टीचर की गोली मार कर हुई थी हत्या

रांची रेलवे स्टेशन पर क्8 जनवरी ख्0क्ब् को गोली मारकर एक शिक्षक प्रेम कुमार की हत्या कर दी गई थी। वह देवघर जसीडीह के रहने वाले थे।